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हनुमत सेवा समिति द्वारा राम हनुमत संकल्प यात्रा शुरू

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    -     लखनऊ के हुसैनगंज राम हनुमान मंदिर से हुई शुरू   -     51 मंदिरों की यात्रा करते हुए 23 अप्रैल को प्रयागराज में लेगी विराम   लखनऊ, सोमवार 22 अप्रैल। प्रभु राम के अनन्य भक्त हनुमान महाराज के प्राकट्योत्सव के पावन अवसर की पूर्व संध्या पर सोमवार 22 अप्रैल को हनुमत सेवा समिति की ओर से राम हनुमत संकल्प यात्रा स्थानीय हुसैनगंज के राम हनुमान मंदिर से शुरू हुई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित भक्तों ने जयकारे लगाए और हनुमान चालीसा का वितरण किया।   हनुमत सेवा समिति के अध्यक्ष और यात्रा के संयोजक विवेक पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि “ राम हनुमत संकल्प यात्रा ” स्थानीय हुसैनगंज स्थित प्रतिष्ठित राम हनुमान मंदिर से शुरू होकर 51 मंदिरों की यात्रा करते हुए हनुमान महाराज के जन्म उत्सव के दिन मंगलवार 23 अप्रैल को प्रयागराज स्थित प्रतिष्ठित लेटे हनुमान जी मंदिर परिसर में विराम लेगी। इस यात्रा का उद्देश्य है कि लोग मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के प्रेरक आचरण को अपने जीवन में उता रे। अकसर लोग प्रभु राम को तो मानते हैं पर उनकी कही बातों का अनुसरण नहीं करते हैं।  

विश्व पृथ्वी दिवस

           * राम राज भारती मनाएं सब। विश्व पृथ्वी दिवस। मिले सुयस।   रखें सौहार्द। समझें पृथ्वी कष्ट। कथन स्पष्ट। पृथ्वी सहती। अन गिनत कष्ट। नहीं कहती। स्वच्छ भारत। अभियान चलाएं। हटें बलाएं।

खैराबाद के विवेक मिश्र "राज ख़ैराबदी" अनागत मार्तण्ड व इन्द्रासन सिंह इन्दु अनागत चन्द्रिका सम्मान से हुए सम्मानित

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रिपोर्ट - पण्डित बेअदब लखनवी अखिल भारतीय अनागत साहित्य संस्थान, त्रिवेणी नगर, लखनऊ के तत्वावधान में संविधान शिल्पी डॉ भीम राव अम्बेडकर जी की जन्म जयंती पर आयोजित मासिक काव्य गोष्ठी व सम्मान समारोह का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण व प्रवीण पाण्डेय आवारा की वाणी वन्दना व पण्डित बेअदब लखनवी के कुशल संचालन से  हुआ। वरिष्ठ साहित्यकार श्री गिरिजा शंकर दुबे "गिरिजेश" की अध्यक्षता में सम्पन्न इस समारोह में सुश्री  नीलिमा श्रीवास्तव मुख्य अतिथि, राम लखन यादव अति विशिष्ट अतिथि व शायर खालिद हुसैन सिद्दीकी बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। समारोह में जनपद सीतापुर के कस्बा खैराबाद के अज़ीम शायर विवेक मिश्र "राज़ खैराबादी" को अनागत मार्तण्ड सम्मान व डॉ इन्द्रासन सिंह इन्दु को अनागत चन्द्रिका सम्मान से सम्मानित किया गया। समारोह में अनागत कविता आन्दोलन के प्रणेता डॉ अजय प्रसून सहित, पण्डित बेअदब लखनवी, विवेक मिश्र राज, हर गोविन्द यादव, खालिद हुसैन, रामराज भारती "फतेहपुरी", राम लखन यादव, विपुल कुमार मिश्र "लंकेश", गिरिजा शंकर दुबे गि

प्लास्टिक भगायें, पृथ्वी बचायें-डॉक्टर हीरा लाल

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   - पृथ्वी दिवस पर जल,जमीन और जंगल बचाने का संकल्प  लखनऊ।आगा खाँ फाउण्डेशन, वाटर ऐड, एक्शन ऐड, सी०एम०एस०, इरिगेशन एसोसिएशन ऑफ इण्डिया द्वारा दिनाक 22.04.2024 को अर्थ डे के अवसर पर "प्लेनेट बनाम प्लास्टिक" पर एक गोष्ठी का आयोजन लिनियज होटल, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ० हीरा लाल, अध्यक्ष एवं प्रशासक, ग्रेटर शारदा सहायक परियोजना, राज कुमार प्रबन्ध निदेशक स्वच्छ भारत मिशन उ०प्र०, राजीव यादव अपर आयुक्त ग्रेटर शारदा, गीता गाँधी किंगडन प्रेसिडेन्ट सी०एम०एस० तथा पदमश्री सुधा सिह द्वारा किया गया। इस अवसर पर बोलते हुये पदम‌श्री सुधा सिंह द्वारा पानी की आवश्यकताओं पर बल देते हुये प्लास्टिक के प्रयोग को कम करने का आवाहन किया। गीता गाँधी किंगडन द्वारा विश्व के परिप्रेक्ष्य में प्लास्टिक कचरे को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होने इस सदर्भ में विशेष रूप से नदियों, तालाबो आदि में डाले जा कचरे को साफ करने की जरूरत को बताया, जो कि पर्यावरण को दूषित कर रहा है। राजीव यादव अपर आयुक्त द्वारा इस अवसर पर बोलते हुये कहा कि वर्तमान युग, एक प्लास्टिक युग की भाँति हो

गौरभीठ में धूमधाम से मनाया गया श्रीराम महोत्सव

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  लखनऊ : विश्व हिंदू परिषद के तत्वावधान में श्रीराम एकेडमी गौरभीठ लखनऊ में श्रीराम महोत्सव कार्यक्रम बड़े धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में पधारे प्रांत मंत्री देवेंद्रजी ने राम मंदिर निर्माण को राष्ट्र निर्माण की शुरुआत कहा। उन्होंने बताया कि कैसे पश्चिम से हुए आक्रमण भारतीय संस्कृति के पूर्ण विनाश और अलगाव लेकर आए। देश समाज को हतोत्साहित कर भारतीयों को स्थायी रूप से कमजोर करने के लिए हमारे धार्मिक स्थल नष्ट किये गए, परंतु हमारी संस्कृति  और ग्रंथों की ताकत है कि हम आज भी उसी प्रखरता से खड़े हैं।         कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय  स्वयंसेवक संघ  के वरिष्ठ  प्रचारक और विश्व  हिंदू परिषद  के क्षेत्रीय  संगठन  मंत्री  गजेंद्रजी भाईसाहब का पाथेय प्राप्त हुआ। उन्होंने राम महोत्सव कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह जनजागृति कार्यक्रम लोगों को यह बताने के लिए है कि रोम-रोम में वास करने वाले राम हमारी चेतना के  केंद्र हैं। उनके जीवन का हर क्षण अनुकरणीय है, उनका जीवन हम सबके लिए दर्शन है, एक सभ्यता है। उन्होंने बताया कि प्रभु श्रीराम का व्यक्तित्व व कृतत्व पारिवारिक व सामाजिक एक

मानवता के कल्याण के लिए समर्पित था महावीर स्वामी का विचार

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                                                                          ऋचा सिंह हमारे देश में अनेक ऐसे संत ज्ञानी महापुरुष हुए हैं जिन्होंने न केवल भारत वरन पूरे विश्व में अपने ज्ञान का प्रकाश फैलाया है महावीर स्वामी उनमें से एक थे।   जैन अनुश्रुतियों और परंपराओं के अनुसार जैन धर्म की उत्पत्ति और विकास में  24  तीर्थंकर सम्मिलित हैं इनमें से  22  तीर्थंकरों की ऐतिहासिकता स्पष्ट और प्रमाण रहित है। अंतिम दो तीर्थंकर पार्श्वनाथ ( 23 वें) एवं महावीर स्वामी ( 24  वें) एवं अन्तिम तीर्थकर  की ऐतिहासिकता को जैन धर्म के ग्रंथों में प्रमाणित  किया गया है। महावीर स्वामी जैन धर्म के  24  वें और अन्तिम तीर्थंकर थे  । जैन धर्म की स्थापना का श्रेय इन्हें ही दिया जाता है क्योंकि इस धर्म के सुधार तथा व्यापक प्रचार प्रसार इनके समय में ही हुआ था । महावीर स्वामी का जन्म करीब ढाई हजार वर्ष पहले ईशा से  540  वर्ष पूर्व वैशाली गणराज्य के कुंड ग्राम में ज्ञागृत वंशी क्षत्रिय परिवार में हुआ था।  इनके पिता सिद्धार्थ कुंड ग्राम की क्षत्रिय कुल  के प्रधान तथा माता त्रिशला लक्ष्मी नरेश चेटक  की बहन थी ।  इनका

द्वार पड़ा मैं वोटर तेरे ......!

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 ।।कविता।।       चुनाव आ गया सर पर मेरे।  द्वार पड़ा मैं वोटर तेरे । 💐💐💐💐💐💐💐  मुझको अपने गले लगा लो।  सारे शिकवे गिले भुला लो।।  जीत गया जो वोट से तेरे।  फिर आऊंगा शाम सबेरे।।  💐💐💐💐💐💐💐  काम आपका सब कर दूंगा।  दुःख ना कोई होने दूँगा।  बीती बाते याद ना करना।   हार जाऊंगा मैं तो वरना।।  💐💐💐💐💐💐💐  आशीर्वाद मांगने मैं आया हूँ।   भाग्य विधाता दर पे तेरे।।     चुनाव आ गया सर पे मेरे।  द्वार पड़ा मैं वोटर तेरे ।।    💐💐💐💐💐💐💐 बिजली पानी सड़क खंडजा।  शौचालय आवास मैं दूँगा।    धन धान्य से घर भर दूँगा। तू सर पर मेरे हाथ जो फेरे।।  जीत गया जो वोट से तेरे।  फिर आऊंगा शाम सबेरे।। 💐💐💐💐💐💐💐   अपनी आवाज मुझे बना लो।  दिल मे अपने मुझे बसा लो।   काम के लिए मुझको अपने।  जब चाहे तूम मुझे बुला लो।।   मैं सेवक तूम स्वामी मेरे।   जीत गया जो वोट से तेरे।  फिर आऊंगा शाम सबेरे।  💐💐💐💐💐💐💐💐  प्यार मोहब्बत भाई चारा।     पर सेवा ही धर्म हमारा।    एक बार आजमा कर देखो।  याद करोगे जीवन सारा।।   बादल गम के हटेंगे तेरे।    द्वार पड़ा मैं वोटर तेरे ।।     जीत गया जो वोट से तेरे । फिर आऊंग

स्मृति शेष पारसनाथ पाठक प्रसून की स्मृति में पारस बेला न्यास द्वारा आयोजित दो दिवसीय " प्रसून साहित्य उत्सव - 2024 "का भव्य शुभारम्भ

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  डॉ अनिल कुमार पाठक की दो कृतियों का लोकार्पण लखनऊ,शिक्षाविद एवं कवि स्मृति शेष पारसनाथ पाठक प्रसून की स्मृति में पारस बेला न्यास द्वारा आयोजित दो दिवसीय " प्रसून साहित्य उत्सव - 2024 " में हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार स्व.  सुरेश सलिल, डॉ राम दरश मिश्र,नरेश सक्सेना, सोम ठाकुर, डॉ विद्या विंदु सिंह तथा अष्टभुजा शुक्ल को पारस शिखर सम्मान से विभूषित किया गया है। स्व.  सुरेश सलिल का सम्मान उनके सुपुत्र संगम पांडेय द्वारा ग्रहण किया गया जबकि डाक्टर राम दरश मिश्र एवं नरेश सक्सेना जी को उनके घर पर जाकर दिया जाएगा l समारोह में इसके बाद कवि, लेखक एवं दर्शन शास्त्र के अध्येता डॉ अनिल कुमार पाठक की दो काव्य कृतियों प्राण मेरे तथा बचपन से पचपन का लोकार्पण किया गया। उप्र संगीत नाटक अकादमी, गोमती नगर के संत गाडगे सभागार में आयोजित इस समारोह में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्य सचिव डॉ शम्भु नाथ रहे तथा अध्यक्षता हिंदी के प्रसिद्ध आलोचक एवं पूर्व विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग प्रो सूर्य प्रसाद दीक्षित ने की । समूचा प्रसून साहित्य उत्सव उनकी पितृ भक्ति का अविरल उदाहरण है-आचार्य सूर्य प्रसाद

मेघदूतम चित्रकला प्रदर्शनी : सूक्ष्मता की परंपरा के नायाब चित्र

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 महाकवि कालिदास की काव्यकृति पर आधारित वरिष्ठ कलाकार रघुवीर अम्बर की मेघदूतम चित्रकला प्रदर्शनी का शुभारंभ।  लखनऊ, 9 अप्रैल 2024,  महाकवि कालिदास की काव्यकृति मेघदूत पर आधारित जबलपुर मध्यप्रदेश के वरिष्ठ चित्रकार रघुबीर अंबर के कलाकृतियों की एकल प्रदर्शनी "मेघदूतम" मंगलवार को कलाकारों व साहित्यकारों की नगरी लखनऊ के माल एवेन्यू स्थित सराका आर्ट गैलरी में  को शुभारंभ हुआ। इस प्रदर्शनी का उदघाटन वरिष्ठ कवि श्री नरेश सक्सेना ने किया। रघुबीर अंबर ने महाकवि कालिदास के अमिट काव्य की वाणी को रंग और रेखाओं की दृश्य भाषा दी और उसे अपने कैनवास के धरातल पर उकेरा है। श्री अंबर ने मेघदूत में वर्णित हर भाव को बखूबी दर्शाया है। चित्रों में मानवाकृतियों की भंगिमायेँ उनकी बारीक दृष्टि की परिचायक है।       प्रदर्शनी की क्यूरेटर डॉ वंदना सहगल ने बताया कि "मेघदूतम्" महानतम संस्कृत कवियों में से एक, यह कालिदास (लगभग चौथी-पांचवीं शताब्दी ईस्वी) द्वारा लिखित एक गीतिकाव्य है। इसमे यह वर्णन किया गया है कि कैसे राजा कुबेर (धन के देवता) की प्रजा एक यक्ष,अपने कर्तव्यों की उपेक्षा के कारण मध्य भ

विश्व कल्याण के लिए प्राणिमात्र को सनातन की तरफ लौटना ही पड़ेगा : इस्कॉन लखनऊ अध्यक्ष अपरिमेय श्याम दास

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- भारतीय नव वर्ष के स्वागत उत्सव का कार्यक्रम नववर्ष चेतना समिति ने खाटू श्याम जी मंदिर पर आयोजित - भारतीय नववर्ष को 15 वर्ष से मना रही नववर्ष चेतना समिति लखनऊ, 9 अप्रैल 2024। विश्व कल्याण के लिए प्राणिमात्र को सनातन की तरफ लौटना ही पड़ेगा और इसके लिए पौराणिक और वैज्ञानिक मान्यताओं पर आधारित पिंगल नवसंवत्सर निश्चित ही एक संकल्प के तौर पर आज के परिवेश में प्रदर्शित हो रहा है। चूँकि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के 84वें वंशज सम्राट विक्रमादित्य जी के द्वारा ही विक्रम संवत का प्रतिपादन किया गया है। नववर्ष चेतना समिति द्वारा आयोजित सांस्कृतिक आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में इस्कॉन लखनऊ के अध्यक्ष अपरिमेय श्याम दास ने मंगलवार को यह बातें कही। गोमती नदी तट पर खाटूश्यामजी मंदिर प्रांगण में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ  अतिथियों ने भारत माता और सम्राट विक्रमादित्य जी के चित्र पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उच्चतम न्यायालय के प्रख्यात अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि भारतीय नववर्ष पर कहा कि हम भारतीय अपने सभी धार्मिक और शुभ कार्य विक्रम संवतानुस