हिन्दी भाषी
नई दिल्ली। शनिवार को लोक सभा मे बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने
सिविल सेवाओं मे सीटेट मे इंग्लिश लैंग्वेज के कारण हिन्दी भाषी क्षेत्रोके सफल होने वाले छात्रो की संख्या मे भारी कमी का मुद्दा शुन्य काल के
दौरान उठाया। सांसद मेघवाल ने अपने भाषण मे कहा कि देश के सभी प्रदेशो के
युवा सिविल सेवाओं मे ज्यादा से ज्यादा जाना चाहते है और सभी प्रदेशो के
युवाओ को सिविल सेवाओ मे मौका मिलना भी चाहिए जिससे देश मे एकजुटता व सभी
क्षेत्रो का प्रतिनिधित्व बना रहे, लेकिन सिविल सेवा परीक्षा 2013 की
प्रारंभिक परीक्षा मे देशभर के 16 हजार से ज्यादा छात्र सफल हुये है
जिनमे हिंदी भाषी राज्यो के छात्रो की संख्या 100 भी नहीं है। ऐसा इसलिए
हुआ है क्योकि सिविल सेवा परीक्षाओ के पैटर्न मे परिवर्तन करके सिविल
सर्विस एप्टीट्यूट टेस्ट यानी सीसेट लागू कर दिया गया है। इसमे सात मुख्य
बिंदु है प्रत्येक मे से औसतन 20 सवाल पूछे जाते है इस प्रकार प्रांरभिक
परीक्षा के प्रश्नपत्र मे वस्तुनिष्ठ किस्म के 150 प्रश्न पूछे जाते है।
सांतवा बिंदू इंग्लिश लैंग्वेज कम्प्रीहेसिव स्किल्स का है जिसमे 20
प्रश्न पूछने से 40 नंबर अंग्रेजी के होगे जो हिन्दी भाषी राज्यो के
विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रो के गरीब, मजदूरो, अनुसूचित जाति, जनजाति के
साधन विहीन छात्र-छात्रा अपनी मेहन के बल पर परीक्षा मे सफल होते थे
उन्हे प्रारंभ मे ही अंग्रेजी के कारण बाहर किया गया है। वर्ष 2008 की
मुख्य परीक्षा मे 11320 छात्रों ने परीक्षा दी थी जिसमे से 5117 छात्र
हिंदी माध्यम व 5822 अंग्रेजी माध्यम व शेष छात्र दूसरी भाषाओ के थे और
इस वर्ष 2013 की प्री परीक्षा मे ही मात्र 100 से भी कम हिंदी भाषी छात्र
पास हुये है जो मैन परीक्षा मे मात्र 30 से 40 ही रह जायेगे।
संासद मेघवाल ने भारत सरकार के कार्मिक व लोक शिकायत मंत्रालय से मांग की
कि सिविल सेवाओ की परीक्षाओ मे सीटेट मे इंग्लिश लैंग्वेज कम्प्रीहेसिव
स्किल को हटाकर पूर्व की भंाति मुख्य परीक्षा मे भाषाओ को क्वालीफाईंग
पेपर ही लिए जावें ताकि सभी छात्रो को समान अवसर मिल सके और प्रशासन की
भाषा संबंधी दक्षता का उद्देश्य भी पूर्ण हो सकें। भारतीय प्रशासन पर सभी
क्षेत्रो के लोग आये जो सभी क्षेत्रो के लिए काम करें।
वाशिंगटन: एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में 6.5 लाख लोग हिन्दी बोलते
हैं जबकि आठ लाख से ज्यादा लोग भारत की अन्य क्षेत्रीय भाषाएं बोलते हैं
।
हालांकि अमेरिका में बोली जाने वाली शीर्ष 10 भाषाओं में एक भी भारतीय
भाषा शामिल नहीं है लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दशक में
दक्षिण एशियाई भाषाओं का विकास दर काफी अच्छा रहा है ।
भाषा आधारित गणना की जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार, ‘विशेष रूप से दक्षिण
एशियाई भाषाओं में विकास दर उंचा रहा है। अन्य एशियाई भाषाओं, विशेष रूप
से दक्षिण एशियाई भाषाओं, मलयाली, तेलगू और तमिल में 115 प्रतिशत की दर
से विकास हुआ है जबकि हिन्दी का विकास 105 प्रतिशत की दर से हुआ है ।’
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अन्य भारतीय भाषाओं जैसे पंजाबी, बंगाली और
मराठी का विकास दर 86 प्रतिशत रहा । सबसे धीमी गति से विकास करने वाली
दक्षिण एशियाई भाषाओं में गुजराती (52 प्रतिशत) और उर्दू (42 प्रतिशत) का
स्थान रहा ।’ ‘अमेरिका में प्रयुक्त भाषाएं (2011) रिपोर्ट में घरों में
अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाएं बोलने वाले लोगों की जानकारी एकत्र की गई
है । गणना के मुताबिक, अमेरिका में 6,48,983 निवासी हिन्दी बोलते हैं ।
(एजेंसी)क्षेत्रो के लोग आये जो सभी क्षेत्रो के लिए काम करें।: उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि हिन्दी आम आदमी की भाषा है और इस
भाषा में लिखी गई बात और विचार समाज के बहुत बडे हिस्से में पहुंचते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि जिन देशों ने अपनी मातृभाषा को बढावा दिया, उन्हीं
देशों ने तेजी से तरक्की की। इसलिए हिन्दी को आगे बढाना और उसका सम्मान
करना बेहद जरुरी है।
हैं जबकि आठ लाख से ज्यादा लोग भारत की अन्य क्षेत्रीय भाषाएं बोलते हैं
।
हालांकि अमेरिका में बोली जाने वाली शीर्ष 10 भाषाओं में एक भी भारतीय
भाषा शामिल नहीं है लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दशक में
दक्षिण एशियाई भाषाओं का विकास दर काफी अच्छा रहा है ।
भाषा आधारित गणना की जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार, ‘विशेष रूप से दक्षिण
एशियाई भाषाओं में विकास दर उंचा रहा है। अन्य एशियाई भाषाओं, विशेष रूप
से दक्षिण एशियाई भाषाओं, मलयाली, तेलगू और तमिल में 115 प्रतिशत की दर
से विकास हुआ है जबकि हिन्दी का विकास 105 प्रतिशत की दर से हुआ है ।’
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अन्य भारतीय भाषाओं जैसे पंजाबी, बंगाली और
मराठी का विकास दर 86 प्रतिशत रहा । सबसे धीमी गति से विकास करने वाली
दक्षिण एशियाई भाषाओं में गुजराती (52 प्रतिशत) और उर्दू (42 प्रतिशत) का
स्थान रहा ।’ ‘अमेरिका में प्रयुक्त भाषाएं (2011) रिपोर्ट में घरों में
अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाएं बोलने वाले लोगों की जानकारी एकत्र की गई
है । गणना के मुताबिक, अमेरिका में 6,48,983 निवासी हिन्दी बोलते हैं ।
(एजेंसी)
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि हिन्दी आम आदमी की भाषा है और इस
भाषा में लिखी गई बात और विचार समाज के बहुत बडे हिस्से में पहुंचते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि जिन देशों ने अपनी मातृभाषा को बढावा दिया, उन्हीं
देशों ने तेजी से तरक्की की। इसलिए हिन्दी को आगे बढाना और उसका सम्मान
करना बेहद जरुरी है।