हमें मिले तीन हजार तीन लाख जैसे है... मुख्यमंत्री ‘सर’ नहीं, ‘भैया’ ऐसी आवाज देंगे...


अब परिवार में मुख्यमंत्री बहन के रूप में मिली नई पहचान ...

मुख्यमंत्री ‘भैया’ से राज्य की लाड़ली बहन का संवाद

बहनों को रक्षाबंधन से पहले भाई का तौहफा मिलने पर

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने व्यक्त किया समाधान

 

नई दिल्लीदि. 16: ‘मैं अब आपको मुख्यमंत्री सर नहीं कहूँगी बल्कि भैया कहूँगी...’, ‘घरखर्च के लिए अब पति के सामने हाथ नहीं फैलाऊँगी. सगे भाई भी मुझे पूछताछ नहीं करते लेकिन.. मुख्यमंत्री साहब मेरे साथ सगे भाई की तरह खड़े रहें है.’, ‘मुझे मिले तीन हजार की कीमत तीन लाख इतनी है..’, ‘मेरी अपेक्षा से ज्यादा जल्दी पैसे मेरे खाते में जमा हुए है. रक्षाबंधन से पहले भाई का तोहफा मिला.!’ राज्यभर के बहनों ने अपने मुख्यमंत्री भाई के पास व्यक्त की यह भावना है. इन भावनाओं से मुख्यमंत्री भी भावविभोर हो गए और आप सभी लाखों भगिनियों का आशीर्वाद की ताकद मेरे साथ है... इन शब्दों में उन्होंने भी भगिनियों के प्रेम का स्वीकार किया. 

 

गत बुधवार से (दि. 14 अगस्त) ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना’ की दो किश्त की एकत्रित राशि (तीन हजार रुपये) भगिनियों के खाते में जमा होने की शुरुआत हुई है. आजतक तक़रीबन 80 लाख भगिनियों के खाते में प्रत्येकी तीन हजार रुपये जमा हुए है और आज इस लाभार्थियों से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रातिनिधिक स्वरूप में संवाद साधा. उस दौरान लाभार्थी भगिनियों ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए मैं अब मुख्यमंत्री की बहन हूँ.. ऐसी नई पहचान निर्माण होने की बात कहते हुए खुलकर अपने मुख्यमंत्री भाई से संवाद साधा. 

 

राज्यभर के भगिनियों के चेहरे पर ख़ुशी देखकर समाधान होने की बात कहते हुए कहा कि यह योजना सिर्फ चुनाव तक ही नहीं है बल्कि यह आगे भी रहेगी. योजना के लिए इस वित्त वर्ष के लिए पूरी तरह से प्रावधान किया गया है और आपको योजना का लाभ मिलता रहेगायह आश्वासन मुख्यमंत्री श्री. एकनाथ शिंदे ने अपने राज्यभर के बहनों को दिया.

 

‘‍मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना’ के पैसे भगिनियों के बैंक खाते में जमा होने की ख़ुशी होने होने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने कहा कि भाई ने बहन को दिया हुआ यह तौफा है. आपका भाई आज मुख्यमंत्री है. वह मजबूती से आपके साथ है. लाडली बहन को दी हुई मदद सिर्फ उन तक ही सीमित नहीं है बल्कि परिवार के लिए भी अनमोल ऐसी भेट है. इसलिए आपको किसी के सपने हाथ फैलाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. बच्चों के शालेय सामग्री के लिएआपकी दवाइयों और आपके व्यवसाय को बढ़ाने में इस पैसे का आपको उपयोग होगा. घर कैसे संभालना हैयह महिलाओं को अच्छी तरह से पता होता है. इसलिए इस योजना के माध्यम से उनके हाथों को और भी मजबूती प्रदान करने का काम सरकार ने किया ई. इस योजना के माध्यम से आप व्यवसाय बढ़ाएगीइससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. उससे नौकरी देनेवाले बनें. इससे रोजगार के अनेक अवसर भी निर्माण होंगे. महिलाओं के सक्षमीकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. महिलाओं के लिए सरकार ने 108 योजनाएं शुरू की है. इन सभी योजनाओं की जानकरी लेकर उसका लाभ बहनें को लेने का आवाहन भी मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने इस दौरान किया. 

 

मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने कहा कि आज इस योजना के माध्यम से बहनों के साथ एक प्रेमभाव का नाता निर्माण हुआ है. आमदुर्बलगरीबकिसानज्येष्ठ नागरिकयुवाकामगार के लिए सरकार जो भी संभव होगा वह सब कर रही है. इन सभी के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को मिलने पर लगेगा कीजो कार्य किया है वह सार्थक हुआ है.  महिलाओं के सक्षमीकरण के लिए उमेद के माध्यम से बचतगट सक्षम करने का काम सरकार कर रही है. पहले बचत गटो के लिए ऋण सीमा बढाकर 20 लाख रुपए तक बढाई है. अब इसमें 50 लाख रुपये तक वृद्धि करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पहल करेंगे. शिक्षा को लड़कियां वंचित न रहेंशैक्षणिक फी की वजह से उनकी शिक्षा अधूरी न रहेंइसके लिए लड़कियों को शिक्षामें  100 फीसदी शुल्क माफ़ करने का निर्णय भी सरकार ने लिया है.

 

मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने कहा कि युवाओं के हाथों को रोजगार मिलेंइसके लिए ‘मुख्यमंत्री युवा प्रशिक्षण योजना’ चलाई जा रही है. इस योजना के माध्यम से राज्य में कुशल मानव संसाधन निर्माण किया जा रहा है. जिसका लाभ उद्योगों को भी होगा. राज्य में बड़े पैमाने पर उद्योग का निर्माण किया जा रहा है. उन उद्योगों को कुशल मानव संसाधन उपलब्ध होगा. महिलांओं को एसटी यात्रा में 50 फीसदी रियायत दी है. इसलिए एसटी लाभ में ही रही है. इसके अलावा वारकरियों को सरकार मदद कर रही है. ज्येष्ठ नागरिकों के लिए वयोश्री योजनामुख्यमंत्री अन्नपुर्णा योजनामुख्यमंत्री तिर्थदर्शन योजना ऐसी अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है. सिर्फ सड़कपुल का निर्माणसंचार के संसाधन का निर्माण ही महत्वपूर्ण नहीं बल्कि जनकल्याणकारी योजनाओं को चलाना भी महत्वपूर्ण है. इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है और राज्य के प्रत्येक वर्ग के लिए सरकार योजनाएं चला रही है. 

 

किसानों के कृषि पंप का विद्युत् शुल्क माफ किया गया है. 45 लाख कृषि पंप धारकों को इसका लाभ हुआ है. साथ ही नमो सन्मान योजना में केंद्र के हजार रुपए के अलावा राज्य सरकार के हजार रुपए से बढाकर 12 हजार रुपये किसानों को दिए जा रहे है. 

 

कोई योजना शुरू करना आसान काम नहीं है. साथ ही यह एक दिन में नहीं बनती. ‘लाडकी बहीण योजना’ बनाने का काम पिछले साल से शुरू था. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीसउपमुख्यमंत्री अजित पवार और महिला व बाल कल्याण मंत्री अदिती तटकरे समेत सभी विभागों के अपर मुख्य सचिवसचिव  के परिश्रमों से यह योजना सफल हुई है. गडचिरोली जैसे जिलों तक योजना पहुँचाने पर सभी अधिकारी वर्ग का मैं अभिनंदन करता हूँ. 

 

मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने कहा कि महिलाओं को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाना यहीं सरकार का उद्देश है. इसके लिए सरकार और प्रशासन दिनरात काम कर रहे है.

 

इस दौरान महिला व बाल कल्याण विभाग के सचिव अनुपकुमार यादव समेत राज्य के सभी विभागीय आयुक्तजिलाधिकारी और लाभार्थी महिला वीडियो कोंफ्रेंस के द्वारा उपस्थित थी.

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