कार्यकारी अध्यक्ष श्री हरगोविंद कुशवाहा, एडo के मार्गदर्शन में दिनांक 21 एवं 22 जुलाई, 2024 को आषाढ़ी पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक भारत श्रेष्ठ भारत के अन्तर्गत जनपद श्रावस्ती, उ०प्र० में दो दिवसीय कार्यक्रम

 



लखनऊ,अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान लखनऊ (संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश) के कार्यकारी अध्यक्ष  श्री हरगोविंद कुशवाहा, एडo के मार्गदर्शन में दिनांक 21 एवं 22 जुलाई, 2024 को आषाढ़ी पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक भारत श्रेष्ठ भारत  के अन्तर्गत जनपद श्रावस्ती, उ०प्र० में दो दिवसीय कार्यक्रम चौधरी राम बिहारी बौद्ध इंटर कॉलेज में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आरंभ भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि, दीप प्रज्वलन तथा बुद्ध वंदना के साथ हुआ साथ ही कार्यक्रम में आये हुए जनपद झांसी के श्री रामेश्वर प्रसाद जगतबंधु, शिक्षाविद् एवं सेवा निवृत्त प्राध्यापक, केंद्रीय विद्यालय संगठन सहित अन्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ, शाल  एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संगोष्ठी के मुख्यवक्ता प्रो० अवधेश कुमार चौबे, अगरतला त्रिपुरा रहे, जिन्होंने बौद्ध संस्कृति एवं राष्ट्रीय एकीकरण पर अपने विचार रखे। इसके साथ ही विधान सभा सचिवालय लखनऊ के अनु सचिव द्वारा लिखित पुस्तक ।।नमो बुद्धाय।। जीवन में निश्चित और अपरिमित सफलता प्राप्त करने का एकमात्र मंत्र, का आधिकारिक विमोचन मुख्य अतिथि माननीय विधायक, श्रावस्ती श्री राम फेरन पांडेय जी द्वारा किया गया साथ ही अखण्ड धम्मपद संगायन, चित्रकला प्रतियोगिता, निबन्ध प्रतियोगिता विभिन्न विद्यालयों के मध्य, दीपोत्सव एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  इस अवसर पर संस्थान के माननीय सदस्य तरुणेश जी, भंते आर्य वंश जी, भंते देवानंद जी, सहायक निदेशक, श्री राजेश कुमार अहिरवार जी, उप जिला मजिस्ट्रेट, क्षेत्राधिकारी श्रावस्ती,संस्कार भारती से श्री दिनेश प्रताप सिंह,श्री अरुणेश मिश्र जी, श्री अजय मौर्य, समीक्षा अधिकारी विधान परिषद, श्री अनुज कुमार सिंह, श्री अमरेंद्र त्रिपाठी, श्री शिव कुमार पाठक, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, लखनऊ के छात्र-छात्राएं, विभिन्न बौद्ध विहारों के विहाराध्यक्ष, चौधरी राम बिहारी बौद्ध इण्टर कालेज, श्रावस्ती के प्रबंधक एवं प्राचार्य एवं छात्र छात्राएं एवं अन्य स्कूल के बच्चों सहित अनेक बौद्ध भिक्षु ने प्रतिभाग किया।कार्यक्रम के अंत में संस्थान के निदेशक डॉ० राकेश सिंह ने संस्थान कि गतिविधियों पर प्रकाश एवं धन्यवाद ज्ञापित किया ।

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