शेखर रामकृष्ण तिवारी 'शेखू'
मूलत: खंडवा मध्य प्रदेश निवासी श्री शेखर रामकृष्ण तिवारी आबुधाबी की सेल्स मार्केटिंग फार्मास्यूटिकल में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर क्वालिटी-हेल्थ-सेफ्टी और एनवायरमेंट के कार्य से सेवानिवृत्त हैं। पब्लिक स्पीकिंग के साथ-साथ आकाशवाणी, ऑल इंडिया रेडियो, युववाणी, युवदार्शन, पृथ्वी थियेटर में अभिनय किया। 'इंसानियत की आवाज' नाम से इनका ब्लॉग है। कविता पिता स्वर्गीय श्री रामकृष्ण तिवारी से सीखी जो अनेक बार रेडियो मेरी आवाज तथा काव्य गोष्ठियों में पढ़ी गईं। पिताजी के काव्य को "भावों की सीप में शब्दों के मोती' पुस्तक रूप में फरवरी 2022 में प्रकाशित किया है।