नॉटिंघम की सेंट्रल लाइब्रेरी की दीवार पर जय वर्मा की हिंदी कविता ‘चिराग’ को स्थान मिला
परिचय – श्रीमती जय वर्मा
नामः श्रीमती जय वर्मा।
जन्मः जिवाना मेरठ भारत।
निवासः 1971 से ब्रिटेन में।
शिक्षाः बी ए. रघुनाथ गर्ल्स कॉलेज, मेरठ विश्वविद्यालय।
नॉटिंघम, यू के से बी टैक वित्त,
नॉटिंघम ट्रेन्ट विश्वविद्यालय से एडवांस डिप्लोमा एवं पोस्ट ग्रेजुएट सर्टीफिकेट इन मैनेज्मेंट।
संप्रतिः हैल्थसर्विस में प्रेक्टिस प्रबंधक से सेवानिवृत्त।
‘काव्य रंग’ साहित्यिक संस्था की संस्थापक सदस्य एवं अध्यक्ष।
नॉटिंघम एशियन आर्ट्स कॉउंसिल की डायरेक्टर।
फैस्टिवल ऑफ लिट्रेचर की बोर्ड मेम्बर।
अनुभवः हिंदी स्कूल में १५ वर्ष तक हिंदी शिक्षण, नॉटिंघम भाषा केंद्र में पाठ्यक्रम अनुवाद एवं हिंदी पुस्तक संयोजक, बी.बी.सी. स्थानीय रेडियो पर हिंदी कार्यक्रम प्रस्तुति।
अभिरूचिः हिंदी लेखन, हिंदी भाषा एवं साहित्य का प्रचार-प्रसार, ब्रिज खेलना, गोल्फ तथा शाकाहारी रसोई।
सम्मान: ब्रिटेन एवं भारत में विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
प्रकाशनः कविता संग्रह ‘सहयात्री हैं हम’, कहानी संग्रह ‘सात कदम’, संपादन ‘कलर्स ऑफ पोयट्री,’ लेख, शोध-पत्र, कविताएं और कहानियाँ विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित।