अनुराग शर्मा,
महात्मा गांधी संस्थान, मॉरिशस द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय द्वैवार्षिक पुरस्कार ‘आप्रवासी हिंदी साहित्य सृजन सम्मान’ के प्रथम विजेता अनुराग शर्मा एक लेखक, सम्पादक, शिक्षक, किस्सागो, कवि और विचारक हैं। उनकी कथाएँ पाठकों को अपनी अंतिम पंक्ति तक बांधे रहने में सक्षम है। उनकी कहानी पढ़ते हुए अक्सर पाठक को निजी संस्मरण की अनुभूति होती है। एक पूर्णतः अप्रत्याशित अंत उनके कथालेखन की विशेषता है।
उत्तरप्रदेश में जन्मे अनुराग पढ़ाई और कामकाज के सिलसिले में भारत के विभिन्न राज्यों में रहे हैं। लिखना, पढ़ना, वार्ता, और सामाजिक संवाद उनकी अभिरुचि है। साहित्य की विभिन्न विधाओं में सतत लिखने वाले अनुराग ने हिन्दी अकादमी के प्रवासी काव्य संग्रह ‘देशांतर’, बहुभाषी काव्य संकलन ‘अमरावती पोयटिक प्रिज़्म 2018’, तथा अंतर्राष्ट्रीय काव्य संकलन ‘एसर्बिक एंथोलोजी’ सहित अनेक प्रतिष्ठित प्रकाशनों में स्थान पाया है। काव्य संग्रह ‘पतझड़ सावन वसंत बहार’ तथा खोजपरक अध्ययन ‘इण्डिया एज़ एन आईटी सुपरपॉवर’ प्रकाशित हो चुके हैं। उनका एक कथा-संग्रह ‘अनुरागी मन’ तथा एक लघुकथा संग्रह ‘छोटी सी बात' शीर्षक से आ चुके हैं। एक और लघुकथा-संग्रह प्रकाशनाधीन है।
उत्तरप्रदेश में जन्मे अनुराग पढ़ाई और कामकाज के सिलसिले में भारत के विभिन्न राज्यों में रहे हैं। लिखना, पढ़ना, वार्ता, और सामाजिक संवाद उनकी अभिरुचि है। साहित्य की विभिन्न विधाओं में सतत लिखने वाले अनुराग ने हिन्दी अकादमी के प्रवासी काव्य संग्रह ‘देशांतर’, बहुभाषी काव्य संकलन ‘अमरावती पोयटिक प्रिज़्म 2018’, तथा अंतर्राष्ट्रीय काव्य संकलन ‘एसर्बिक एंथोलोजी’ सहित अनेक प्रतिष्ठित प्रकाशनों में स्थान पाया है। काव्य संग्रह ‘पतझड़ सावन वसंत बहार’ तथा खोजपरक अध्ययन ‘इण्डिया एज़ एन आईटी सुपरपॉवर’ प्रकाशित हो चुके हैं। उनका एक कथा-संग्रह ‘अनुरागी मन’ तथा एक लघुकथा संग्रह ‘छोटी सी बात' शीर्षक से आ चुके हैं। एक और लघुकथा-संग्रह प्रकाशनाधीन है।
उनके तकनीकी प्रपत्र अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में पढ़े गए हैं और प्रकाशित हुए हैं। भारत के अधिकांश प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित अनुराग सृजनगाथा और गर्भनाल पर पश्चिमी सभ्यता और संस्कृति के स्तंभकार रहे हैं। ‘बांधों को तोड़ दो’, 'वैरागी मन’, ‘प्रवासी मन', 'एन एलियन अमंग फ्लेशईटर्स' व 'सीक्रेट डायरी ऑफ एन एक्ज़ीक्यूटेड फ़्रीडम फाइटर' उनकी आगामी कृतियों के नाम हैं।
भारत से दूर रहते हुए भी ‘पॉडकास्ट कवि सम्मेलन’, ‘शब्दों के चाक पर’, ‘सुनो कहानी’ और ‘बोलती कहानियाँ’ जैसे स्वर-आकर्षणों का संचालन कर चुके अनुराग ने ‘विनोबा भावे के गीता प्रवचन’ तथा ‘प्रेमचन्द की कहानियों की ऑडियोबुक’ को स्वर दिया है। उन्होंने इंटरनैट पर चौबीसों घंटे चलने वाले भारतीय रेडियो स्टेशन 'पिटरेडियो' की स्थापना भी की थी।
‘तिब्बत के मित्र’, ‘यूनाइटेड वे’ एवं ‘निरामिष’ जैसे सामाजिक संगठनों से जुड़े अनुराग सन् 2005 की त्सुनामी में एक लाख डॉलर की सहायता राशि जुटाने वाली समिति के सक्रिय सदस्य थे। ‘आनंद ही आनंद’ संस्था द्वारा उन्हें 2015-16 का ‘राष्ट्रीय भाष्य गौरव सम्मान’ प्रदान किया गया था। हिंदी लेखकों की वार्षिक वैश्विक ‘राही’ रैंकिंग में उनका नाम प्रथम 50 में रहा है।
आईटी प्रबंधन में स्नातकोत्तर अनुराग एक बैंकर रह चुके हैं और आजकल पिट्सबर्ग, अमेरिका में परियोजना प्रबन्धक हैं। वे पिट्सबर्ग के एक सांस्कृतिक संस्थान में अहिंदीभाषी छात्रों को हिंदी का प्रशिक्षण देते हैं। वे हिंदी तथा अंग्रेज़ी में प्रकाशित मासिक पत्रिका सेतु (ISSN 2475-1359) के संस्थापक, प्रकाशक तथा प्रमुख सम्पादक हैं। लिंक्डइन पर उनका सूचना प्रौद्योगिकी सम्बंधी परिचय उपलब्ध है।
अनुराग शर्मा के कुछ साक्षात्कार उनके व्यक्तिगत ब्लॉग की इस कड़ी पर उपलब्ध हैं।
Profile of Anurag Sharma, Editor-in-Chief of Setu Bilingual Journal of Arts and Literature
सम्प्रति
- रेडियो प्लेबैक इंडिया के सह संस्थापक
- पिटरेडियो के संस्थापक व संचालक
- सेतु पत्रिका के प्रमुख सम्पादक
- निजी ब्लॉग: बर्ग वार्ता
- वैबस्थल: स्मार्टइंडियन डॉट कॉम
प्रकाशित कृतियाँ
- अनुरागी मन (कथा संग्रह);
- छोटी सी बात (लघुकथा संग्रह)
- देशांतर (काव्य संकलन);
- एसर्बिक ऐंथॉलॉजी (काव्य संकलन);
- पतझड सावन वसंत बहार (काव्य संग्रह);
- इंडिया ऐज़ ऐन आय टी सुपरपॉवर (अध्ययन);
- विनोबा भावे के गीता प्रवचन की ऑडियोबुक;
- सुनो कहानी;
- प्रेमचन्द की कहानियों की ऑडियोबुक;
- हिन्दी समय पर कहानियाँ
- तकनीक सम्बन्धी शोधपत्र तकनीकी पत्रिकाओं में;
- कवितायें, कहानियाँ, साक्षात्कार, तथा आलेख अंतर्जाल पर, साहित्यिक पत्रिकाओं व हिन्दी समाचार पत्रों में प्रकाशित