तुलसीदास के साहित्य में समाज के सभी वर्गों का समन्वय : डॉ लीना मिश्र
तुलसीदास सर्वमान्य जन कवि : डॉ लीना मिश्र
बालिका विद्यालय में तुलसीदास जयंती का आयोजन
तुलसीदास जयंती के अवसर पर भारत विकास परिषद के सौजन्य से विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन
वाल्मीकि कृत रामायण का पुनर्जन्म कहे जाने वाले रामचरित मानस के रचयिता संत शिरोमणि तुलसीदास जन मानस के सर्वाधिक लोकप्रिय कवि हैं, जिनकी कही गई बातें आज भी प्रासंगिक, प्रेरक और मुहावरे की तरह आम जीवन में प्रयोग की जाती हैं। श्रावण शुक्ल सप्तमी को महाकवि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म राजापुर गांव, उत्तर प्रदेश में हुआ था। इस कारण इस तिथि को तुलसी जयंती के रूप में मनाया जाता हैं। तुलसीदास ने अपनी रचनाओं के माध्यम से शैव तथा वैष्णव सम्प्रदायों में ही नहीं बल्कि समाज के छोटे और बड़े वर्ग में भी दृष्टांत के साथ समन्वय स्थापित करने का प्रयास किया था। वह भारतीय संस्कृति के रक्षक और उसके मूल आदर्शों के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने समाज में व्याप्त हो रही बुराइयों का विरोध करते हुए दया, परोपकार, अहिंसा आदि नैतिक गुणों के महत्त्व को स्थापित करने का प्रयास किया था। भारत विकास परिषद, महिला शाखा, चौक के सौजन्य से बालिका विद्यालय इंटर कॉलेज मोती नगर में आयोजित संस्कृति सप्ताह के अंतर्गत मनाई जा रही तुलसीदास जयंती के अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने महाकवि तुलसीदास और उनकी कालजयी रचनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए पूर्वोक्त बातें कहीं। तुलसीदास जयंती कार्यक्रम के अंतर्गत वरिष्ठ शिक्षिका मंजुला यादव के निर्देशन में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। विद्यालय में भारत विकास परिषद अवध प्रांत की संयोजिका कंचन अग्रवाल, भारत विकास परिषद महिला शाखा चौक द्वारा आयोजित संस्कृति सप्ताह की संयोजिका रुचि अग्रवाल और मीनू अग्रवाल का विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉक्टर लीना मिश्र द्वारा स्वागत करते हुए तुलसीदास की प्रतिमा को पुष्प अर्पित किए गए। कार्यक्रम के प्रारंभ में कक्षा 12 की छात्रा संजना द्वारा तुलसीदास के जीवन के विषय में विस्तार से बताया गया। उसके पश्चात जनकवि तुलसीदास के जीवन पर आधारित स्लोगन, पोस्टर और काव्य पाठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। स्लोगन प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल वरिष्ठ शिक्षिका उमा रानी यादव और शालिनी श्रीवास्तव द्वारा कक्षा 12 की प्रीति को प्रथम, कक्षा 12 की मधु सिंह को द्वितीय, कक्षा 10 की पलक निषाद को तृतीय और कक्षा 12 की सृष्टि तिवारी को सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल में वरिष्ठ शिक्षिका सीमा आलोक वार्ष्णेय और उत्तरा सिंह द्वारा कक्षा 10 की पलक निषाद को प्रथम, कक्षा 12 की प्रीति को द्वितीय, कक्षा 10 की ईशा शर्मा को तृतीय एवं कक्षा 10 की नंदिनी को सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। काव्य पाठ प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल में वरिष्ठ शिक्षिका अनीता श्रीवास्तव और रितु सिंह द्वारा जूनियर वर्ग में कक्षा 6 की रुखसार को प्रथम, कक्षा 6 की अनुष्का को द्वितीय, कक्षा 7 की प्रियांशी यादव को तृतीय पुरस्कार के लिए तथा सीनियर वर्ग में कक्षा 10 की सृष्टि सिंह को प्रथम और बुशरा को द्वितीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। भारत विकास परिषद द्वारा विद्यालय में आयोजित होने वाली इन समस्त प्रतियोगिताओं में चयनित छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए गए एवं उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की गई। कार्यक्रम के आयोजन के समय विद्यालय की समस्त शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित थीं।
इसके अतिरिक्त जीपीएस फाउंडेशन द्वारा विद्यालय में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें छात्राओं को विस्तार से तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों से परिचित कराया गया तथा इन छात्रों को भविष्य में कभी भी तंबाकू या किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन न करने हेतु प्रतिज्ञा दिलवाई गई और साथ ही साथ यह अपेक्षा की गई कि वे अपने घर और आसपास के लोगों को जागरूक करें कि वे इस प्रकार के नशीले मादक पदार्थों का सेवन न करें जो पूरे घर परिवार को ही नष्ट कर दे।