डॉक्टोरेट ऑफ़ लिट्रेचर (D.Litt) की उपाधि से सम्मानित हुये डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदी
- इंदौर के मॉडर्न ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट्स में प्रोफ़ेसर एवं समूह निदेशक की भूमिका में कार्यरत हैं डॉ. पुनीत द्विवेदी
- थियोफेनी विश्व विद्यालय हैटी के द्वारा प्रदत्त किया गया यह सम्मान।
- शिक्षा के क्षेत्र में अभिनव प्रयोग एवं उत्कृष्ट कार्य के लिये डॉ. पुनीत को डी.लिट् की उपाधि से सम्मानित किया गया।
- भारत से पी.एच.डी की उपाधि से सम्मानित होने वाले अन्य मनीषियों में बॉलीवुड के प्रख्यात प्लेबैक सिंगर डॉ. चिंतन बाकीवाल ( रॉकस्टार), इंजी• डॉ. पंकज कुमार तिवारी, डॉ. वासुदेव त्रिपाठी, डॉ. रुक्मणी रमण सिंह राजपूत, डॉ. अमित सभरवाल, डॉ. अर्णव चौधरी, डॉ. शाहाजी शोवाकर एवं डॉ. पैकर सीमाव के नाम प्रमुख हैं।
- इंडिया हैबिटेट सेंटर नयी दिल्ली में आयोजित अवार्ड सेकेमनी में डॉ. पुनीत द्विवेदी को मिली डी.लिट् की उपाधि।
नई दिल्ली , शिक्षा, नवाचार, उद्यमिता और अनुसंधान की दुनिया में डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदी का नाम बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है। एक दूरदर्शी जिसका अब तक का अविश्वसनीय करियर रहा है और उसने जीवन में और लक्ष्य निर्धारित किए हैं। डॉ. पुनीत उ.प्र. के कुशीनगर जिले के एक बहुत छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं। हैदराबाद से अपनी प्रारंभिक एवं शिक्षा पूरी की तथा अनवरत डॉ द्विवेदी ने अपने जीवन को बड़े ही सुंदर ढंग से सजाया। वर्तमान में डॉ. पुनीत मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, इंदौर, म.प्र. में समूह निदेशक और प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं और एम. एस.एम.ई (भारत सरकार) द्वारा समर्थित मॉडर्न इनक्यूबेटर में मुख्य सलाहकार भी हैं। अपने कठिन परिश्रम से शीर्ष तक की एक रोचक एवं दिलचस्प चढ़ाई पूर्ण की है डॉ. पुनीत ने। डॉ पुनीत एक अच्छे छात्र और शिक्षार्थी रहे हैं साथ ही साथ लेकिन एक बेहतर शिक्षक एवं कर्ता भी हैं। शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक सर्वकार के विषयों में अभिरुचि रखने वाले डॉ. पुनीत द्विवेदी इंदौर महानगर के स्वच्छता के अग्रदूत के रूप में जाने जाते हैं एवं स्वच्छता में योगदान के लिये मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी से सम्मानित हो चुके है। उद्यमिता एवं कौशल विकास के क्षेत्र में अभिनव प्रयोगों के लिये उत्तर प्रदेश के राज्यपाल द्वारा भी दो बार सम्मानित हो चुके हैं डॉ. पुनीत। बतादें कि शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में अपने 15+ साल के अनुभवों के आधार पर डॉ. पुनीत ने लगभग एक दर्जन से अधिक पुस्तकों के लेखन एवं संपादन किया है। उद्यमिता एवं नवाचार के क्षेत्र में ही लगभग १२ ( एक दर्जन) पेटेंट्स फ़ाईल एवं पब्लिश कर डॉ. पुनीत अपने योगदान को मील का पत्थर साबित कर रहे हैं।देश विदेश के विभिन्न संस्थानों में उद्यामिता एवं नवाचार के व्याख्यानों निरंतर डॉ. पुनीत स्टार्टअप इकोसिस्टम को मज़बूत करने का कार्य कर रहे हैं। बतादें कि नीति आयोग भारत सरकार द्वारा इंदौर के प्रदत्त प्रथम अटल इंक्युबेटर के संस्थापक सी. ई.ओ रहे हैं डॉ. पुनीत और प्रोजेक्ट हेड की भूमिका में महती योगदान दिया है। इंदौर स्टार्टअप इकोसिस्टम के संस्थापक सदस्यों में डॉ. पुनीत का नाम अग्रणी है। थियोफेनी विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में डी. लिट् की उपाधि से डॉ. पुनीत के कार्यों को उचित सम्मान मिला है। उक्त एवार्ड सेरेमनी में समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अन्य विभूतियों को भी डॉक्टोरेट की उपाधि से विभूषित किया गया जिनमें बॉलीवुड के प्रख्यात प्लेबैक सिंगर डॉ. चिंतन बाकीवाल ( रॉकस्टार), इंजी• डॉ. पंकज कुमार तिवारी, डॉ. वासुदेव त्रिपाठी, डॉ. रुक्मणी रमण सिंह राजपूत, डॉ. अमित सभरवाल, डॉ. अर्णव चौधरी, डॉ. शाहाजी शोवाकर एवं डॉ. पैकर सीमाव के नाम प्रमुख हैं। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में थियोफेनी विश्वविद्यालय एशिया एडमिशन हेड साजिया शोजेई, प्रो० मोनी माधास्वामी (भारत सरकार से सेवानिवृत्त अधिकारी), डॉ. बाल्मीकि प्रसाद ( निदेशक- मिनिस्ट्री ऑफ़ कार्पोरेट अपफेयर्स, भारत सरकार), डॉ. वरुण कुमार ( वरिष्ठ आई.पी. एस अधिकारी एडिशनल डॉयरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस), डॉ. नुपूर धमिजा ( पूर्व सी. बी. आई अधिकारी), मुलूंगी इस्थर रूथ (शोधकर्ता) युगांडा, डॉ. परीन सोमानी ( एकेडेमिक स्कॉलर) लंदन, डॉ. नेहा शर्मा चौधरी ( हेड एडमिशन्श, मॉडर्न ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट्स इंदौर) एवं डॉ. मंजू गुप्ता (डीन एकेडेमिक्स) आई.एम.एस ग़ाज़ियाबाद आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की भूमिका सी.डब्ल्यू एस आई आर के निदेशक डॉ. अभिषेक पांडेय ने रखा।