नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएमडीसी) ने अपनी शुरुआत के बाद से पहली तिमाही में अब तक का बेहतरीन प्रदर्शन किया
इस्पात मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएमडीसी) ने 8.91 मिलियन टन लोहे का उत्पादन किया और उसकी बिक्री की।
| पहली तिमाही (वित्त वर्ष21) | पहली तिमाही (वित्त वर्ष 22) | % बढ़ोतरी |
उत्पादन (मिलियन टन) | 6.61 | 8.91 | 35% |
बिक्री (मिलियन टन) | 6.28 | 9.45 | 51% |
कारोबार (करोड़ रुपये में) | 1938 | 6512 | 236% |
कर पूर्व लाभ (करोड़ रुपये में) | 759 | 4263 | 462% |
कर उपरान्त लाभ (करोड़ रुपये में) | 533 | 3193 | 499% |
वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही के दौरान 9.45 मिलियन टन का उत्पादन, पिछले वर्ष की समान अवधि के उत्पादन से 35 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा पिछले वर्ष की समान अवधि में होने वाली बिक्री से 51 प्रतिशत अधिक बिक्री दर्ज की गई है।
यह शानदार प्रदर्शन इसलिये संभव हो सका है क्योंकि घरेलू मांग मजबूत हुई और अंतर्राष्ट्रीय लौह अयस्क की कीमत अपने शिखर पर थी। कंपनी ने अपनी शुरुआत में पहली बार किसी वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इतना बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
कर पूर्व लाभ (पीबीटी) के अनुसार 4,263 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया गया। वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही के दौरान 759 करोड़ रुपये कर पूर्व लाभ कमाया गया था। इस हिसाब से अबकी बार 462 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। इसी तरह कर उपरान्त लाभ (पीएटी) 3,193 करोड़ रुपये अर्जित किया गया। वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही के दौरान कर उपरान्त लाभ 533 करोड़ रुपये था। इस हिसाब से अबकी बार 499 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 6,512 करोड़ रुपये का कारोबार किया गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में होने वाला कारोबार 1,938 करोड़ रुपये था। इस हिसाब से 236 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
इस शानदार प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुये एनएमडीसी के सीएमडी श्री सुमित देब ने कहा कि सरकार बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं पर व्यय करने के लिये प्रतिबद्ध है, जिसके आधार पर हम सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं। यह एनएमडीसी के लिये बहुत उत्साहवर्धक है।