आजादपुरा में बांस-बल्ली के सहारे बिजली जलाने को लोग मजबूर
ललितपुर। बिजली विभाग राजस्व उगाही के प्रति जितना सजग है उतनी विधुत व्यवस्था को लेकर नहीं। विभाग अपनी सभी कार्यशैली को स्मार्ट बना रही है, लेकिन धरातल पर कामकाज अब भी आधा-अधूरा ही है। विभाग के तमाम प्रयास के बाद भी लोगों को सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। आलम यह है कि शहर के कई क्षेत्रों में बांस-बल्ली के सहारे तार खींचकर लोग बिजली जलाने को मजबूर हैं। लेकिन इसके प्रति विभाग उदासीन है। शहर के आजादपुरा तृतीय, लेडिया, नई बस्ती सहित कई क्षेत्र में आज भी लोग बांस-बल्ली के सहारे घरों में बिजली जलाने को मजबूर हैं। विद्युत विभाग की उदासीनता के कारण लोगों की जान खतरे में रहती है। समय-समय पर बांस-बल्ली टूटते रहता है और बिजली तार जमीन पर गिरने से लोगों की जान जोखिम में रहती है। नगर के वार्ड नंबर 12 आजादपुरा तृतीय में कई ऐसे घर हैं जहां बांस के सहारे विधुत तार खींचकर घरों में बिजली जलाई जाती है। उपभोक्ताओं का कहना है कि बांस पर बिजली का तार लटकने से हमेशा हादसे का डर बना रहता है। वहीं बरसात और आंधी में विधुत तार टूटने का खतरा बना हुआ रहता है। बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए समय-समय पर विधुत विभाग द्वारा कई योजनाएं चलाई गई। कई कंपनी बिजली पोल लगाने से लेकर तार बदलने तक का काम कर चुकी हैं। इसके बाद भी बांस-बल्ली के सहारे लोग घरों में बिजली जला रहे हैं। बांस के सहारे जलाए जा रहे बिजली के तार गिरने की आशंका हमेशा बनी रहती है और लोगों को करंट लगने का भय सताते रहता है।
गोपाल विश्वकर्मा, स्थानीय निवासी
बांस के सहारे बिजली का तार खींचकर घरों में विजली जलाने से मोहल्ला आजादपुरा के लोगों को हमेशा करंट लगने का डर रहता है। इससे आंधी-तूफान और बरसात के मौसम में खासी परेशानी होती है। आंधी में बांस पर लटके तार जमीन पर गिरने एवं टूटने पर स्थानीय लोगों को ही इसे ठीक कराना पड़ता है। इस ओर विभाग ध्यान नहीं दे रही है।