लघु कथा- बकरे से मौलाना की गुफ्तगू
मौलाना ने बकरे से पूछा - तेज़ी से बढ़ते कोरोना से इंसान अपनी जानें गवा रहे हैं, इस बात पर बकरे इतना ख़ुश क्यों हैं !
बकरा मुस्कुराते हुए बोला - तुम इंसानों को भी ख़ुश होना चाहिए। अल्लाह को प्यारी है क़ुरबानी।
अबकि बार बकरे बच गये। प्राकृति को संतुलित करने के लिए इस बार कुर्बानी देने का नंबर इंसानों का है।