झांसी मंडल द्वारा लॉक डाउन की अवधि को बनाया गया प्रासंगिक
यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े इसके लिए झांसी मंडल नियमित रूप से यात्रियों की सुविधा के लिए मंडल रेल प्रबंधक श्री संदीप माथुर के दिशा -निर्देशन हर संभव प्रयास कर रहा है ।इसी कड़ी में लॉक डाउन के दौरान भी समय का सदोपयोग करते हुए उसे प्रासंगिक बनाया जा रहा है. ट्रेनों में पर्याप्त पानी की आपूर्ति करने एवं स्टेशन पर ट्रेन में पानी भरने के दौरान लगने वाले समय को कम करने के उद्देश्य से झाँसी स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्मो पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया जा रहा है । स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्मो पर वाटरिंग सिस्टम को बदलना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसमें गाड़ियों के परिचालन के दौरान ज्यादा समय लगने के साथ तकनीकी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता . परन्तु समय के बेहतर उपयोग करते हुए कैरिज एवं वैगन विभाग द्वारा दिन - रात कार्य किया गया जिसमें एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म तथा लाईनों के नीचे भी कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया । बेहतर प्रबंधन एवं लॉक डाउन के समय का उपयोग करते हुए इस कठिन कार्य को 25 कार्य दिवस पहले ही पूरा कर लिया गया. इस कार्य के दौरान सभी कर्मियों द्वारा ग्लव्स,मास्क, सेनीटाइज़र का इस्तेमाल करते हुए सामाजिक दूरी के सभी नियमो का पालन किया गया ।
ज्ञात रहे क्विक वाटरिंग सिस्टम टेक्निक से ट्रेन के कोचेज में पानी कुछ ही मिनटों में भरा जा सकेगा. इस सिस्टम में पुरानी 6 इंच वाली पाइप के स्थान पर 12 इंच वाली पाइप का इस्तेमाल किया गया है तथा इसमें पानी पम्प की सहायता से प्रेशर से भरा जाता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें ज्यादा मैन पावर की भी जरूरत नहीं पड़ती। पहले पानी भरने में जहां 10-15 मिनट तक लग जाते थे अब काम तेजी से होने के कारण 5 मिनट में ही पानी भर जाएगा, जिससे समय की बचत होगी और रेलगाड़ियों की समयबद्धता पहले बेहतर हो सकेगी साथ ही तुलनात्मक रूप से समय की बचत होगी। प्लेटफार्म पर ट्रेन को ज्यादा देर तक रोकने की जरूरत नहीं पड़ेगी जिससे यात्रियों को भी देर तक गाड़ी रुकने से होने वाली समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। ।
उत्तर मध्य रेलवे ने तैयार किए गए 130 कोचों का उपयोग करते हुए कोविड केयर सेंटर उपलब्ध कराने की तैयारी की। कोविड केयर सेंटर के लिए चिन्हित किए गए उत्तर मध्य रेलवे के तीन स्टेशन प्रयागराज जंक्शन, कानपुर और झांसी
उत्तर मध्य रेलवे से 1282 छात्रों के लिए पहली आउटगोइंग ट्रेन अलीगढ़ से पूर्णिया जं तक चलाई गई । उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में चली कुल 125 श्रमिक विशेष रेलगाड़ियाँ और 17 टर्मिनेटिंग श्रमिक विशेष ट्रेनों से लाए गए लगभग 20000 व्यक्ति
उत्तर मध्य रेलवे ने अपने 130 कोचों को कोविड केयर सेंटर के रूप में परिवर्तित किया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के अनुसार कोच का उपयोग कोविड के सामान्य मामलों के लिए किया जा सकता है। राज्य सरकार की आईसोलेशन की उपलब्ध क्षमता की समाप्ति के बाद कोविड केसों के आईसोलेशन के लिए राज्यों द्वारा इसका प्रयोग किया जा सकता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार उत्तर मध्य रेलवे के 03 महत्वपूर्ण स्टेशनों यानी प्रयागराज जंक्शन, कानपुर और झांसी को चिन्हित किया गया है और ये स्टेशन कोविड संबंधित स्मस्या से पीड़ित लोगों की देखभाल के लिए बनाये गये रेकों हेतु ज़रूरी पानी भरने और चार्जिंग की सुविधा से युक्त हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, राज्य सरकारें रेलवे को आवश्यक मांग प्रेषित करेंगी। रेलवे इन डिब्बों का आवंटन संबंधित राज्य / संघ राज्य क्षेत्रों को करेगा जिनको ट्रेन के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना के साथ संबंधित स्टेशन पर रखकर नामित जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा। जहां भी ट्रेन रखी जाए, वहां पानी, बिजली, अनुरक्षण एवं खानपान की व्यवस्था के साथ ही उसकी सुरक्षा की व्यवस्था भी रेल प्रशासन द्वारा की जाएगी। कोच आधारित कोविड केयर सेंटरों के अलावा, उत्तर मध्य रेलवे ने पहले से ही 651 क्वारंटाइन बेडों और केंद्रीय चिकित्सालय प्रयागराज तथा मंडल रेल चिकित्सालय झांसी में और 100 -100 बेड के अलग कोविड वार्ड बनाए हैं।
संबंधित राज्य सरकारों से लिखित सहमति के आधार पर, उत्तर मध्य रेलवे की पहली आउटगोइंग श्रमिक स्पेशल ट्रेन 1282 छात्रों को ले जाने के लिए दिनांक 08.05.20 को अलीगढ़ से पूर्णिया जंक्शन तक चलाई जा रही है। इस बीच, दिनांक 08.05.20 तक उत्तर मध्य रेलवे द्वारा कुल 125 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को परिचालित किया जाएगा और 17 टर्मिनेटिंग श्रमिक विशेष ट्रेनों द्वारा विभिन्न स्टेशनों तक लगभग 20000 प्रवासियों और अन्य फंसे व्यक्तियों को लाया गया है। ट्रेनों का विवरण निम्नवत है :
दिनांक गाड़ी सं कहां से कहां तक यात्रियों की संख्या
03.05.20 00953 साबरमती कानपुर 1205
03.05.20 00961 साबरमती आगरा कैंट 1196
04.05.20 09415 पालनपुर आगरा कैंट 1203
05.05.20 00985 गोधरा कानपुर 1220
06.05.20 09315 सूरत प्रयागराज जं 1240
06.05.20 09303 वीरमगाम प्रयागराज जं 1264
06.05.20 04606 लुधियाना प्रयागराज जं 750
06.05.20 09325 सूरत प्रयागराज जं 1200
07.05.20 09345 भुज प्रयागराज जं 1217
07.05.20 09385 सूरत प्रयागराज जं 1230
07.05.20 09397 सूरत प्रयागराज जं 1227
07.05.20 09377 सूरत बांदा 1200
08.05.20 09403 मेहसाणा सोनभद्र 1015
08.05.20 09449 सूरत फतेहपुर 1215
08.05.20 09465 सूरत कानपुर 1200
08.05.20 04618 लुधियाना ग्वालियर 1349
08.05.20 04004 नई दिल्ली छतरपुर 1049
कुल 17 ट्रेनों द्वारा 19980