अब तक प्रदेश में 20 लाख प्रवासी कामगार/श्रमिक आ चुके हैं-अवनीश कुमार अवस्थी,प्रदेश में कोरोना के 2130 मामले एक्टिव -अमित मोहन प्रसाद

लखनऊ: 21 मई, 2020 

 

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में कुल 78,033 बेड की व्यवस्था हो जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए इस माह के अन्त तक इन चिकित्सालयों में कुल बेड की संख्या को अगले 03 दिनों में बढ़ाकर 01 लाख किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सहयोग प्रदान करने के लिए प्रत्येक जनपद में स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक अथवा संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी को नामित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनपदवार तैनात किए जाने वाले इन अधिकारियों की सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि कोविड चिकित्सालयों में व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए। स्वच्छता सम्बन्धी कार्यों में कोई शिथिलता न बरती जाए। यह सुश्चिित किया जाए कि चिकित्सक नियमित तौर पर राउण्ड लें। नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ चिकित्सालयों में निरन्तर उपलब्ध रहें। पैरामेडिक्स चिकित्सा उपकरणों के क्रियाशील होने की नियमित जांच करते रहें। उन्होंने सभी जनपदों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, सेनिटाइजर, दवाई, पल्स आॅक्सीमीटर, अल्ट्रारेड थर्मामीटर आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने समस्त जनपदों में एनेस्थेसीओलाॅजिस्ट व तकनीकी कर्मियों को प्रशिक्षित करते हुए वेंटीलेटरों के सुचारू संचालन के लिए नामित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इन डाॅक्टरों व टेक्निशियनों की सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध करायी जाए। सभी वेंटीलेटरों को क्रियाशील रखा जाए। मुख्यमंत्री जी ने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक जनपद में टेस्टिंग लैब की स्थापना का निर्णय लिया गया है। इस कार्य को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए, जिससे टेस्टिंग क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि की जा सके। श्री अवस्थी ने बताया कि प्रत्येक जनपद में 500-500 इन्फ्रारेट थर्मामीटर अतिरिक्त भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि अगले 1-2 दिन में चिकित्सकीय परीक्षण में गति प्रदान करने के लिए नई मशीनें भी लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हंै कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को सुपाच्य भोजन एवं शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। मरीजों से संवाद के लिए एक सिस्टम विकसित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार में मेडिकल इन्फेक्शन एक महत्वपूर्ण कारक है। चिकित्सा कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए उनका गहन प्रशिक्षण आवश्यक है। चिकित्सा कर्मियों का प्रशिक्षण कार्य निरन्तर जारी रखा जाए। इस कार्य में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा लाॅन्च किये गये मोबाइल एप ‘चिकित्सा सेतु’ का भी उपयोग किया जाए। इस एप में कोविड-19 से बचाव, पी0पी0ई0 किट तथा एन-95 मास्क के प्रयोग, संक्रमित मरीजों को शिफ्ट करने आदि के सम्बन्ध में उपयोगी जानकारी दी गयी है। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 एक अदृश्य शत्रु के खिलाफ संघर्ष है। राज्य को कोविड-19 से उत्पन्न स्थितियों से निपटने में अभी तक उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है। इस संघर्ष में आगे भी सफलता प्राप्त करने के लिए पूरी सावधानी व सतर्कता बरतते हुए टीम भावना के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा है कि मण्डलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य चिकित्साधिकारी बेहतर पारस्परिक समन्वय के साथ टीम भावना से कार्य करें। यह समस्त अधिकारीगण प्रतिदिन बैठक करते हुए आगे की रणनीति तय करें।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी तथा जिला पूर्ति अधिकारी सभी जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करें। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि होम क्वारंटीन के लिए घर जाने वाले प्रत्येक प्रवासी कामगार/श्रमिक को राशन किट उपलब्ध हो जाए। क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन में स्वच्छता तथा सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम किए जाएं। कम्युनिटी किचन के माध्यम से सभी जरूरतमंदों को अच्छा व पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने लाॅकडाउन को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को कन्टेन्टमेन्ट जोन में सुचारु ढंग से संचालित किया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस द्वारा प्रभावी पेट्रोलिंग की जाए। बाॅर्डर क्षेत्रों, हाई-वे तथा एक्सप्रेस-वे एवं बाजारों में निरन्तर पेट्रोलिंग हो। यह सुनिश्चित किया जाए कि बाॅर्डर क्षेत्रों में पैदल अथवा असुरक्षित वाहनों से कोई अवैध रूप से आने न पाए। यातायात नियंत्रण में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को सहयोग करने के लिए पी0आर0डी0 के जवानों तथा भूतपूर्व सैनिकों की सेवाएं ली जाएं। उन्होंने कहा कि ‘आरोग्य सेतु’ तथा ‘आयुष कवच कोविड’ मोबाइल एप का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि लोग इन एप को डाउनलोड कर अपने को सुरक्षित रख सकें। केन्द्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के विशेष आर्थिक पैकेज के दृष्टिगत मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सभी विभाग कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने कहा है कि इस योजना के क्रियान्वयन से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कराये गए सेनिटाइजेशन कार्य का विवरण मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। 

श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 1154 टेªन के माध्यम से लगभग 15.27 लाख से अधिक प्रवासी कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें 841 टेªन अब तक आ चुकी हैं जबकि 313 टेªन आ रही हैं जो अगले 24-48 घंटे में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पहुंच जाएंगी। सभी जनपदों के जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित जनपदों में टेªन से आ रहे प्रवासी कामगारों/श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनको उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 142 टेªन से 1,73,373 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 62 टेªन के माध्यम से 78,442 लोग आए हैं। वाराणसी में 50, आगरा में 10, कानपुर में 13, जौनपुर में 64, बरेली में 09, बलिया में 34, प्रयागराज में 34, रायबरेली में 15, प्रतापगढ़ में 38, अमेठी में 13, मऊ में 19, अयोध्या में 27, गोण्डा में 51, उन्नाव में 23, बस्ती में 41 टेªन जबकि आजमगढ़ में 25, कन्नौज में 02, गाजीपुर में 10, बांदा में 14, सुल्तानपुर में 20, बाराबंकी में 10 सोनभद्र में 02, अम्बेडकरनगर में 12, सीतापुर में 05, फतेहपुर में 06, फर्रूखाबाद में 01, कासगंज में 07, चंदौली में 07, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 05, मिर्जापुर में 05, देवरिया में 34, सहारनपुर में 02, चित्रकूट में 01, बलरामपुर में 08, झांसी में 01 टेªन आ चुकी हैं। कौशांबी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, इटावा, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी में भी टेªन आ रही हैं। 

श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 355 ट्रेन से 4,99,722 लोग, महाराष्ट्र से 181 टेªन से 2,31,882 लोग, पंजाब से 144 टेªन से 1,63,053 प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 07, कर्नाटक से 33, केरल से 09, आन्ध्र प्रदेश से 03, तमिलनाडु से 11, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 28, गोवा से 06, दिल्ली से 36, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 01 टेªन तथा उत्तर प्रदेश से 24 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में विभिन्न प्रदेशों से 60 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं एवं अन्य लोगों को रोडवेज बस के माध्यम से प्रदेश में लाया गया है। द्वितीय चरण में हरियाणा से 3982, राजस्थान से 355 एवं मध्य प्रदेश से 1350 रोडवेज बसों के माध्यम से 1,97,665 लोगों को लाया गया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न माध्यमों से अब तक 20 लाख प्रवासी कामगार/श्रमिक प्रदेश में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। प्रवासी कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त प्रवासी श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त बस एवं टेªन की व्यवस्था कर रही है। 

श्री अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लाॅक डाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 53,541 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 43,83,599 वाहनांे की सघन चेकिंग में 44,062 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान लगभग 20.17 करोड़ रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,49,844 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 820 लोगों के खिलाफ 637 एफआईआर दर्ज करते हुए 298 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 707 हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के 433 थानान्तर्गत 7,64,767 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 44,58,801 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 1976 है।

श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में स्थापित 5855 क्रय केन्द्रों के माध्यम से लगभग 

242.83 लाख कुन्तल गेहूँ की खरीद की जा चुकी है। प्रदेश में सरकारी तथा स्वैच्छिक कम्यूनिटी किचन के माध्यम से 10,14,250 लोगों को फूड पैकेट्स वितरित किये गये हैं। डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 23,989 किराना स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 52,323 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। फल एवं सब्जी वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत कुल 43,261 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। इसी क्रम में कुल 51.39 लाख लीटर दूध उपार्जन के सापेक्ष 34.16 लाख लीटर दूध का वितरण 21,508 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है। 

श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 

32.97 लाख श्रमिकों एवं निराश्रित व्यक्तियों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 81,602 औद्योगिक इकाइयों से संपर्क किया गया, जिनमें से 76,792 इकाइयों द्वारा अपने कार्मिकों को रु0 1646.09 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई किट) तथा मास्क बनाने की 70 यूनिट उत्पादनरत हैं।

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 71 जनपदों में 2130 मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 3099 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल 5-5 सैम्पल के 772 तथा 10-10 सैम्पल के 65 पूल टेस्ट किये गये। जिसमेें से कुल 178 पूल पाॅजीटिव पाये गये। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 26,512 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। इनमें 401 लोगों को होम क्वारंटीन किया गया है तथा 74 लोग कोविड-19 पाॅजीटिव पाये गये हैं जिनका विभिन्न चिकित्सालयों में उपचार चल रहा है। 42 लोग उपचारित होकर घर चले गये हैं। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा 5,42,543 प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर 46,142 लोगों का सैम्पल इकट्ठा किया गया, जिनमें 1230 लोग कोविड-19 पाॅजीटिव पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 85,471 निगरानी समिति के माध्यम से 68,72,936 घरों में रह रहे 3,43,80,366 लोगों से सम्पर्क किया गया है।  

 

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