कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है,22 मार्च, 2020 तक सभी विद्यालयों जहां परीक्षा नहीं हो रही बन्द करने का निर्णय-योगी आदित्यनाथ
लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेसवार्ता में कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम और इसके उपचार के प्रभावी प्रबन्ध के उद्देश्य से आज एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उप मुख्यमंत्री, मंत्रिगण तथा वरिष्ठ अधिकारी सम्मिलित हुए।बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। कोरोना वायरस के रोकथाम व इसके उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग एक माह के लिए एपिडेमिक एक्ट में प्रदान की गयी शक्तियों को हासिल कर प्रभावी कदम उठायेगा। निजी विद्यालयों सहित समस्त प्राथमिक विद्यालय दिनांक 22 मार्च, 2020 तक बन्द करने का निर्णय। इसके बाद समीक्षा कर अगला निर्णय लिया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में परीक्षा दिनांक 23 से 28 मार्च, 2020 तक सम्पन्न करायी जाएगी। दिनांक 03 अप्रैल, 2020 से ‘स्कूल चलो अभियान' प्रारम्भ किया जाएगा ।माध्यमिक, उच्च, तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षण संस्थान भी दिनांक 22 मार्च, 2020 तक बन्द रहेंगे।ऐसे संस्थानों में जहां परीक्षाएं चल रही हैं वे यथावत आयोजित होती रहेंगी। स्वास्थ्य विभाग, महिला कल्याण विभाग के सहयोग से आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को कोरोना वायरस की रोकथाम के सम्बन्ध में सेन्सिटाइज करेगा। इस प्रकार प्रशिक्षित यह कार्मिक लोगों को जागरूक करेंगे। स्वास्थ्य विभाग अपने अस्पतालों में, नगर विकास विभाग नगर निकायों में, पंचायतीराज विभाग ग्राम पंचायतों में, बेसिक शिक्षा विभाग विद्यालयों में, हैण्डबिल एवं पोस्टर के माध्यम से जागरूकता सृजित करेंगे। सूचना विभाग, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में समुचित प्रचार-प्रसार करेगानगर विकास विभाग एवं पंचायतीराज विभाग सार्वजनिक स्थलों की विशेष साफ-सफाई सुनिश्चित करेंगे।प्रदेश में भारत-नेपाल सीमा पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था पूरी तत्परता से की जा रही है।इस कार्य की मॉनीटरिंग के निर्देश दिये गये हैं। अब तक नेपाल की सीमा पर 12 लाख 28 हजार 303 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। एन0सी0आर0 क्षेत्र के लिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश।प्रदेश में सभी हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की जा रही है। अभी तक 17,048 यात्रियों की हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की गयी है। रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार–प्रसार गतिविधियां संचालित करने के निर्देश।
प्रदेश के 75 जनपदों के जिला चिकित्सालयों में 820 बेड तथा 24 मेडिकल कॉलेजों में 448 बेड, इस प्रकार कुल 1268 बेड के आइसोलेशन वॉर्ड तैयार किये गये हैं। वर्तमान में 14 संदिग्ध लोग विभिन्न जनपदों के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती हैं, जिनका उपचार चल रहा है।अब तक प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित 11 पुष्ट रोगी पाये गये हैं। इनमें से आगरा, नोएडा एवं गाजियाबाद के 10 लोगों का उपचार नई दिल्ली के सफदरगंज चिकित्सालय में तथा लखनऊ के एक रोगी का उपचार किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में हो रहा है।इन सभी रोगियों की हालत स्थिर है।चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलते ही प्रदेश सरकार ने लगभग डेढ़ माह पूर्व इससे निपटने की तैयारी प्रारम्भ कर दी थी।बचाव, नियंत्रण व उपचार हेतु 30 जनवरी, 2020 से प्रदेश में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मियों की ट्रेनिंग प्रारम्भ की गयी। अब तक 4100 चिकित्सा कर्मी प्रशिक्षित किये जा चुके हैं।सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ का जमाव रोकने के लिए एडवाइजरी जारी की गयी है।मीडिया के माध्यम से प्रदेश की जनता से अपील कि कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। लोगों से अनुरोध है कि सभी आवश्यक सावधानियां और सतर्कता बरतें तथा साबुन पानी से बार-बार अपने हाथ को साफ करते रहें।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संस्थाओं को सार्वजनिक कार्यक्रम पर रोक लगाने का आवाहन किया। सरकार भी अपने 3 वर्ष के कार्यकाल के उपलक्ष में पत्रकारो के साथ मिल कर कार्यक्रम करेगी। प्रदेश सरकार ने कोरोना को महामारी घोषित नहीं किया है लेकिन स्वास्थ्य विभाग को एपिडेमिक एक्ट के तहत आपात स्थिति के लिए तैयार करने को कहा है। स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए नोटिफिकेशन जारी करने के निर्देश उन्होंने दिए।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी भी मौजूद थे।