‘जीवधर्म’ के संस्थापक एम. इकबाल ने सभी धर्मों, सभी वर्गों से की अपील। धार्मिक, सामाजिक, क्रिया क्लाप पर भीड़ न इकट्ठा होने दें
माननीय प्रधानमंत्री, माननीय मुख्यमंत्री एवं स्थानीय शासन,
प्रशासन के दिशा निर्देश व अपील का पूर्णतया पालन करें।
धार्मिक, क्रिया क्लाप पर दिल्ली जैसी घटना न हो।
‘सोशल डिस्टेन्स’ से कोरोना हारेगा।
लखनऊ 31 मार्च 2020। ‘जीवधर्म’ के संस्थापक एम. इकबाल ने सभी धर्मों के अनुयायियों, सभी वर्गों से अपील की है कि आने वाला समय देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए सभी लोग ‘सोशल डिस्टेन्स’ बनाकर कोरोना को हरा दें।
श्री इकबाल ने दिल्ली की घटना पर दुख जताते हुए कहा है कि धर्म अंधविश्वास नहीं है और धर्म सेवा, परेापकार एवं कल्याण है। धर्म प्रत्येक मानव के जीवन को महत्वपूर्ण मानता है। इसलिए सभी धर्मों, सभी वर्गों एवं सम्प्रदायों को माननीय प्रधानमंत्री, माननीय मुख्यमंत्री एवं स्थानीय शासन, प्रशासन के दिशा निर्देश व अपील का पूर्णतया पालन करना चाहिए। अंधविश्वास एवं अफवाहों में पड़कर ‘सोशल डिस्टेन्स’ को छिन्न भिन्न न करें। एक व्यक्ति की गलती पूरे समाज पर भारी पड़ सकती है।
श्री इकबाल ने कोरोना को हराने के लिए अपनी अपील में विशेष रूप से एक सामाजिक योजना प्रस्तुत करते हुए समाज के सभी वर्गों से कहा है कि सामूहिक व व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए मोहल्ला व गांव स्तर पर ‘सोशल डिस्टेन्स’ को आधार मानते हुए टेलीफोन कमेटियों का अविलम्ब गठन कराया जाये जिसमें धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक, वकील, व्यापारी, चिकित्सक, शिक्षक, मीडिया के लोगों को शामिल कर लें। टेलीफोन कमेटी को ‘सोशल डिस्टेन्स’ का पालन करते हुए अपने मोहल्ला व गांव को जागरूक करें और अगर कोई संक्रमित व्यक्ति है तो उसकी सूचना अविलम्ब शासन, प्रशासन को दें। धार्मिक, सामाजिक, क्रिया क्लाप पर भीड़ न इकट्ठा होने दें साथ ही परेशान लोगों को सहयोग व सहायता दिलवायें तथा ‘सोशल डिस्टेन्स’ व चिकित्सा सुविधा की मानीटरिंग करके शासन, प्रशासन को अवगत करायें।
श्री इकबाल ने अपनी अपील में कहा है कि गांव व मोहल्ला की टेलीफोन कमेटीयां अपने अपने क्षेत्र को पूर्ण रूप से नियमों का पालन करवाकर क्षेत्र को कोरोना मुक्त रखने में सहयोग देकर सफलता प्राप्त कर सकती है।
श्री इकबाल ने कहा कि कोरोना का करियर कोई व्यक्ति न बने इस समय यही बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए सफाई के साथ ही कोरोना से सुरक्षा व कोरोना करियर बनने को हर हाल में ‘सोशल डिस्टेन्स’ का पालन करते हुए रोकना है।