सरल उपाय - लघुकथा
श्यामू इस बार भी फेल हो गया था। घरवालों के फटकार, मित्रों में बेइज्जिती से परेशान होकर आत्महत्या करने रेल की पटरी पर जा रहा था। तभी उसकी दृष्टि रेल स्टेशन के बुकस्टाल पर पडी। वहाँ एक किताब टॅगी हुई थी, "पास होने के लिए एक सरल उपाय" सौ रुपये देकर उसने उस किताब को खरीद लीश्यामू ने अब आत्महत्या का इरादा बदल लिया क्योंकि अब उसके हाथ में परीक्षा में पास होने के लिए एक सरल उपाय मिल गया था। श्यामू घर लौटा रात हो गयी थी। वह खुश थाश्यामू उस सरल उपाय को जानने के लिए उत्सुक था। उसने हाथ में किताब पकडी और पढने शुरु कियालगभग सौ पन्नेवाली किताब थीपन्ने पलटते चला गया, लेकिन किसी पन्ने पर कुछ भी नहीं छपा था। अन्त में आखरी पन्ने पर सिर्फ एक वाक्य लिखा था, " परीक्षा में पास होने के लिए सरल उपाय है कि, हर एक विषय में सिर्फ ३५ अंक प्राप्त कीजिए।"