संत रविदास ने बर्बर शासक सिकंदर लोदी के जबरिया धर्म परिवर्तन की मुहिम के खिलाफ भी संघर्ष किया था
लखनऊ। एकल अभियान द्वारा संत रविदास की जयंती के उपलक्ष्य में वाहन भगवा रैली का आयोजन किया गया। रैली का उदघाटन राम स्तुति व भजन कीर्तन के साथ हुआ। एल0डी0ए0 स्टेडियम निकट संगम चौराहा अलीगंज लखनऊ से भगवा रैली प्रारम्भ हुई। इस रैली का शुभारम्भ नगर निगम की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, एकल अभियान के संस्थापक सदस्य श्याम गुप्त, राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग लाल बागड़ा, ट्रस्टी श्रीमती मंजू श्रीवास्तव, केंद्रीय अभियान प्रमुख माधवेन्द्र सिंह, भगवा रैली के प्रमुख मनोज सिंह, परिवर्तन कुम्भ आयोजन समिति के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल, भूपेंद्र (भीम) अग्रवाल ने किया।
भगवा रैली में श्रीहरि मंदिर रथ के साथ 3000 से भी अधिक बाइकर्स और 350 से भी अधिक कार सम्मिलित हुये। वाहनों के साथ रैली पुरनिया चौराहा, कपूरथला, अाई0टी0 चौराहा, परिवर्तन चौक, हज़रतगंज चौराहा से विधानसभा के सामने से होते हुये बर्लिंगटन चौराहा, हुसैनगंज, चारबाग, आलमबाग, बंगला बाज़ार होते हुए 7 किलोमीटर लंबी रैली, 21 किलोमीटर की यात्रा तय कर माता रामाबाई अम्बेडकर रैली स्थल पर पहुंची। इस भगवा रैली में 10 हजार से भी अधिक लोगों ने भाग लिया।
इस रैली की विशेषता रही कि पूरे नगर के विभिन्न वर्गों एवं संस्थाओं के लोगों ने हिस्सा लिया। रैली में किन्नर समाज की प्रमुख पायल जी अपने समाज के लोगों के साथ शामिल हुई। राष्ट्रीय सिख संगत लखनऊ इकाई के कार्यकर्ता भारी संख्या में अपने वाहनों के साथ उत्साह पूर्वक सम्मलित हुए। पूरा लखनऊ नगर जयघोष के नारों से गूंज उठा। चारों तरफ भगवा रंग के झंडों ने अद्भुत छटा बिखेरी।
भगवा रैली के समापन अवसर पर एकल अभियान के संस्थापक सदस्य श्यामजी गुप्त ने कार्यकर्ताओं को सबोधित करते हुए संत रविदास के जीवन पर प्रकाश डालते हुये उनके जीवन चरित्र के बारे में वर्णन किया। कहा कि संत रविदास ने समाज में व्याप्त कई बुराईयों पर अपनी रचनाओं के माध्यम से सीधा प्रहार किया। जब उन्हें लोग गंगा स्नान के लिए कहते थे तो वे जूते बनाने में व्यस्त रहते हुए कहते थे कि "मन चंगा तो कठौती में गंगा।"
उन्होंने बर्बर शासक सिकंदर लोदी के जबरिया धर्म परिवर्तन की मुहिम के खिलाफ भी संघर्ष किया था। संत रविदास का भारतीय संत समाज में व्यापक प्रभाव था।
श्री गुप्त ने 16 फरवरी को एकल अभियान द्वारा आयोजित स्वराज सेनानी सम्मलेन में लखनऊ के लोगों से बड़ी संख्या में भाग लेने का आवाहन किया।