पक्षियों की चहचहाट के बीच बर्ड फेस्टिवल का हुआ आयोजन
अब आंगन में नहीं मिलती सुनने को गौरैया की आवाज़ : दारा सिंह
आगरा : सूर सरोवर पक्षी विहार, कीठम में अंतराष्ट्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वर्ल्ड वेटलैंड डे के अवसर पर यूपी बर्ड फेस्टिवल 2020 का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश बर्ड फेस्टिवल 2020 का उद्घाटन पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री व मुख्य अतिथि दारा सिंह चौहान तथा विशिष्ट अतिथि राज्य मंत्री अनिल शर्मा ने फीता काट कर किया। बर्ड फेस्टिवल में लगी चित्र प्रदर्शनी व स्टालों का शुभारंभ पक्षी उड़ाकर किया। इसके बाद प्रत्येक स्टॉल पर जाकर पक्षी विशेषज्ञ से बात की और विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के बारे में की जानकारी ली। पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार वेटलैंड और प्रधानमंत्री जल संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं। जिसके कारण देश के 10 वेटलैंड साइट में से 6 वेटलैंड साइट उत्तर प्रदेश में है। उत्तर प्रदेश मे वन क्षेत्र 6।7 से बढ़कर 9 फीसद हो गया है, इतना ही नही जीव जंतु की सुरक्षा और फारेस्ट कवर बढाने को सरकार काम कर रही है। आज हम सभी को पक्षियों और जीव जंतु को लेकर जागरूक होना चाहिए। प्रवासी पक्षी के बारे में हमें जानना चाहिए। आगरा के ही कीठम में प्रतिवर्ष डेढ़ सौ से ज्यादा प्रवासी पक्षी आते हैं और एक पक्षी ही इस बात का प्रमाण देता है कि ये वेटलैंड अच्छा है या नहीं। सरकार की सोच है कि सूर सरोवर पक्षी विहार को आगरा के पर्यटन से जोड़ते हुए यहां के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाए। यह तभी संभव है जब सूर सरोवर को पूरी तरह से टूरिज्म से जोड़ा जा सके।
पर्यावरण एवं वन विभाग के राज्य मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि हमारी पुरानी पीढ़ी गांव के रहने वाली है। जब हम छोटे थे तो हम गांव में कई पोखर और तालाब देखते थे। आज तालाब पोखर खत्म होने के साथ-साथ पक्षियों की प्रजातियां भी धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही हैं। पहले आंगन में गौरैया, कोयल, मैना की आवाज सुनने को मिलती थी गिद्ध मुफ्त का सफाई कर्मी था ये सब गायब है। आज इनकी कमी खलती है । सवाल पक्षी के विलुप्त होने का नहीं बल्कि यह यह परिस्थितियां हमने ही पैदा की हैं जिससे प्रकृति अब विद्रोह की स्थिति में है। मोदी योगी सरकार ने स्वच्छता, गंगा और अन्य नदियों की सफाई, वन विभाग की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराए जाने की दिशा में गंभीर कदम उठाए। साथ ही योगी सरकार ने हर साल 22 करोड़ों पौधरोपण करने का जो लक्ष्य बनाया है।
पांच पुस्तकों का किया विमोचन
पर्यावरण और पक्षी-जंतु की विलुप्त होती प्रजातियों की सुरक्षा पर आधारित पांच पुस्तकों का विमोचन किया। इसके बाद सम्मान समारोह का आयोजन हुआ जिसमें मंत्री दारा सिंह ने सूर सरोवर पक्षी विहार और कीठम को संवारने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को सम्मानित किया। इसके अलावा पर्यावरण जागरूकता की दिशा में कदम उठाने वाले विभिन्न स्कूलों के बच्चों को भी प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
स्कूली बच्चो ने किया जागरूक
कार्यक्रम उद्घाटन के बाद आगरा जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। बच्चों ने समूह नृत्य और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को पर्यावरण प्रदूषण, विलुप्त होती पक्षी व जंतुओं की प्रजाति, गिरते भूजल और खत्म होते जंगल के प्रति जागरूक किया। बच्चों ने यह दिखाया कि किस तरह से हम अपनी अनावश्यक जरूरतों को अपनाने के चक्कर में प्रकृति का बुरी तरह दोहन कर रहे हैं जिसे हम सभी को मिलकर रोकना होगा।
ये रहे मौजूद
फेस्टिवल में पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के संयुक्त सचिव मंजू पांडे, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय अपर सचिव रवि अग्रवाल, टाइगर प्रोजेक्ट के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार शर्मा, मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव पश्चिमी क्षेत्र कानपुर के सुनील चौधरी, इको विभाग के अपर प्रधान संरक्षक संजय श्रीवास्तव, नेशनल मिशन क्लीन गंगा के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील पांडेय, महापौर नवीन जैन, रावी इवेंट से मनीष अग्रवाल, डीएफओ आनंद कुमार आदि मौजूद रहे।