छात्रों का सर्वांगीण विकास करना सरकार की प्राथमिकता -कमलरानी


लखनऊः 04 फरवरी, 2020

आज के बच्चे कल का भविष्य है, इन्हें आगे बढ़ने और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। अभिभावकों तथा शिक्षकों का कर्तव्य है कि वे पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों की अन्य प्रतिभा को पहचान कर उन्हें अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित करें। 

यह बात प्रदेश की प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्रीमती कमलरानी ने आज यहाॅ राजकीय पाॅलीटेक्निक लखनऊ में आयोजित की जा रही वार्षिक प्रतियोगिताओं के दौरान कही। 

श्रीमती कमलरानी ने कहा कि छात्रों को अपनी प्रतिभा पहचाननी चाहिए और शिक्षक उनकी प्रतिभा का सम्मान कर उनके उत्साह को बढ़ाये, जिससे भविष्य में वे कुछ बड़ा करेंगे और प्रदेश सहित देश का नाम रौशन करेंगे। उन्होंने सभी कालेजों के प्रधानाचार्यों से कहा कि वे स्वयं भी निजी कम्पनियों के साथ समन्वय स्थापित करें, जिससे अधिक से अधिक बच्चों को प्लेसमेंट मिल सकें। 

प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी पाॅलीटेक्निक के अधिकारी विभागीय अधिकारियों से मिलकर कालेज की समस्याओं तथा बच्चों की परेशानियों को सुलझाने का प्रयास करें। प्रदेश सरकार भी बच्चों के भविष्य को लेकर कटिबद्ध है और हर सम्भव प्रयास कर रही है। छात्रों का सर्वांगीण विकास करना सरकार की प्राथमिकता हैं। बच्चे पढ़ाई के साथ ही अन्य प्रतिभाओं से ओत-प्रोत हैं, उनकी छिपी प्रतिभा को जाग्रत करने की आवश्यकता है। 

श्रीमती रानी ने कहा है कि सभी कालेजों में ऐसे कार्यक्रम करने चाहिए जिससे छात्र-छात्रायें अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें सके और उनका मनोबल बढ़ा सके। इसके साथ ही प्रतिवर्ष एन0एस0एस0 के बच्चों के कैम्प भी लगवायें और उन्हें श्रमदान करने के लिए प्रेरित करें। कैम्प के दौरान उन्हें साफ-सफाई के साथ ही पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करें, जिससे उनका सम्पूर्ण विकास हो सके। 

राजकीय पाॅलीटेक्निक में वार्षिक खेलकूद, वाद-विवाद, रंगोली प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही माॅडल प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। माॅडल प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा दिखाई गयी तकनीकि प्रतिभा तथा छात्रों के उत्तरोत्तर विकास के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया गया। खेलकूद प्रतियोगिता के अन्तर्गत 400 मीटर रेस में अनिशा सिंह विद्युत अभियंत्रण प्रथम वर्ष को प्रथम स्थान, खुशनुमा बानों मैकेनिकल आटो द्वितीय वर्ष को द्वितीय स्थान तथा पुनीता चैधरी सिविल द्वितीय वर्ष को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। 

कार्यक्रम के दौरान पूर्व निदेशक, प्राविधिक शिक्षा श्री एस0एस0राम, पूर्व संयुक्त निदेशक प्राविधिक शिक्षा श्री शैलेश प्रताप, संयुक्त निदेशक प्राविधिक शिक्षा मध्य क्षेत्र श्री के0राम तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। 

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