मुंबईकर उत्तरभारतीयों की समस्यायों को लेकर सामाजिक संस्था 'गांधी विचार मंच' द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन
मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में काफी संख्या में उत्तरभारतीय निवास करते है और वे सब्जी, दूध, टैक्सी, रिक्शा, सेक्यूरिटी, मिडिया, बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन इत्यादि लगभग सभी व्यवसाय से जुड़े है।दिन-रात अथक परिश्रम करके धन अर्जित करते है और कमाई का काफी हिस्सा उत्तरप्रदेश जाकर शादी ब्याह, त्योहार व पारिवारिक कार्यक्रम में अपनी पैतृक भूमि पर करते है, जिसकी वजह से उत्तरप्रदेश को आर्थिक संबलता प्रदान करते है। लेकिन उत्तरभारतीयों की समस्यायों पर कोई ध्यान नहीं देता है।जिसके लिए शनिवार 19 अक्टूबर 2019 को मुंबई के मालाड (वेस्ट) में एक कार्यक्रम के दौरान आये उत्तरप्रदेश के मुख़्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कार्यक्रम के पहले सामाजिक संस्था 'गांधी विचार मंच' के अध्यक्ष श्री मनमोहन गुप्ता ने मुंबईकर उत्तरभारतीयों की समस्यायों को लेकर एक पत्र सीएम योगी आदित्यनाथ को दिया।
जिसके बारे में श्री मनमोहन गुप्ता गुप्ता कहते है," उत्तरभारतीयों को गांव जाते वक्त ट्रेन के टिकट की बहुत समस्या होती है, दशकों से मुंबई में रोज़गार कर रहे फेरीवालों का भगाया जा रहा है और सरकार उनके लिए कोई वैकल्पिक रोजगार का इंतज़ाम नहीं कर रही है, कोई उनका कोई सर्वमान्य नेता नहीं है जोकि दलगत भावना से ऊपर उठकर उनके लिए कार्य करे तथा उत्तरभारतीयों की उत्तरप्रदेश की पैतृक भूमि पर स्थानीय लोगो द्वारा कब्ज़ा किया जा रहा है। इन्ही समस्याओं को उनके ध्यान में लाने की कोशिश की है और उसे सरकार द्वारा ठीक करवाने के लिए लिखा है और उत्तरप्रदेश में बहुत धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जिसका प्रचार व प्रसार मुंबई में करके और सही इंतज़ाम करके उसे विश्व स्तर पर पहुंचाया जा सकता है, जिससे यू पी को विकास करने में मदद मिल सकती है।"