निःशुल्क है 102 एम्बुलेंस सेवा गर्भवती और प्रसूता महिलाओं एवं 01 वर्ष तक के बच्चों के लिए संचालित है यह सेवा - महानिदेशक परिवार कल्याण विभाग
लखनऊः 08.07.2019
प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए 102 एम्बुलेंस सेवा संचालित है। गर्भवती, प्रसूता महिलाओं तथा 01 वर्ष तक के शिशुओं को अस्पताल लाने व ले जाने तथा सरकारी कैम्पों में नसबंदी कराने वाली महिलाओं को इसका लाभ दिया जाता है। योजना की जानकारी देते हुए महानिदेशक परिवार कल्याण डा0 नीना गुप्ता ने बताया कि यह योजना पूरी तरह निःशुल्क है तथा योजना के प्रारम्भ से मई 2019 तक 3.43 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को इसकी सुविधा दी जा चुकी है।
डा0 नीना गुप्ता ने अवगत कराया कि प्रदेश में कुल 2270 एम्बुलेंस क्रियाशील हैं एम्बुलेंस विभाग द्वारा दी गयी हंै, जबकि इसकी सज्जा, उपकरण, मैनपावर, ईंधन आदि की व्यवस्था सेवा प्रदाता द्वारा की जाती है। विभाग द्वारा औषधि उपलब्ध करायी जाती है।
उन्होंने बताया कि जननी, प्रसूताओं और शिशुओं को घर से अस्पताल लाने, अस्पताल से घर ले जाने तथा एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए 102 एम्बुलेंस की सुविधा है और यह निःशुल्क है। एम्बुलेंस प्राप्त करने के लिए 102 टोल फ्री नं0 पर डायल करके सुविधा प्राप्त की जा सकती है। सेवा प्रदाता अपने काल सेन्टर के माध्यम से काल प्राप्त करके लाभार्थी को एम्बुलेंस उपलब्ध कराता है। काल सेंटर केन्द्रीकृत हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 30 मिनट में तथा शहरी क्षेत्र में 20 मिनट में एम्बुलेंस पहुँचने का मानक निर्धारित है।