‘वर्चुअल रियलिटी सेंटर’ हुआ साकार, जो स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन क्षमता को बढ़ाएगा

 


नौसेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लांबा पीवीएसएम, एवीएसएम, एडीसी ने आज नौसेना डिजाइन निदेशालय (समतल जहाज समूह) में पहला उत्कृष्ट वर्चुअल रियलिटी सेंटर (वीआरएस) का उद्घाटन किया। भारत सरकार की पहल ‘मेक इन इंडिया’ के तहत युद्धपोत के निर्माण में यह आत्मनिर्भरता और उत्साह को बढ़ाते हुए भारतीय नौसेना की देशी युद्धपोत डिजाइन क्षमता में वृद्धि करेगा।


उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए एडमिरल लांबा ने अथक प्रयासों, दूरदृष्टि और इस परियोजना की अवधारणा तैयार करने और इसके क्रियान्वयन की पहल के लिए नौसेना डिजाइन निदेशालय की प्रशंसा की। इस परियोजना से डिजाइनरों और उपभोक्ताओं के बीच लगातार बातचीत के जरिए सहयोगपूर्ण डिजाइन की समीक्षा करने की सुविधा मिलेगी, जिससे डिजाइन और युद्धपोत पर कर्मचारियों के लिए अनुकूल माहौल में सुधार होगा।


नौसेना डिजाइन निदेशालय (समतल जहाज समूह) की शुरूआत 1960 में हुई थी और तब से निदेशालय ने युद्धपोत के डिजाइन और निर्माण में आत्मनिर्भरता बढ़ाते हुए देशी युद्धपोत डिजाइन की क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान किया है। निदेशालय ने अब तक 19 युद्धपोत डिजाइन विकसित किए हैं जिनमें अब तक 90 से अधिक प्लेटफॉर्म का निर्माण हो चुका है।   


 


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