स्कूल इंग्लिस मीडियम और मान्यता मदरशें की!

  भेलसर चौराहे पर स्थित मिलेनियम एजुकेशनल एकेडमी कर रहा है , बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ :*

 

शुजागंज(फैजाबाद) : शिक्षा क्षेत्र रुदौली अंतर्गत भेलसर चौराहे पर स्थित मिलेनियम एजुकेशनल एकेडमी अभिभावकों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। स्कूल की मान्यता तो मदरशा बोर्ड से है। परन्तु यह स्कूल इंग्लिस मीडियम व सी. बी .एस. ई .बोर्ड से शिक्षा देने का पम्पलेट बंटवा रहा है। मूल्य आधारित शिक्षा देने का झूठा दावा करने वाले इस स्कूल की फीस इंग्लिस मीडियम स्कूल से भी मंहगी है। क्षेत्र के अभिभावकों को गुमराह करके  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरायं बरई जनपद बाराबंकी मे तैनात सरकारी डाक्टर रियाजुल हक़ अंसारी ने पम्पलेट  मे अपनी फोटो तो छपवा रखी है, परन्तु इस स्कूल का प्रबंधक कौन है व प्रधानाचार्य कौन,  इसका खुलसा पम्पलेट पर नही किया गया है। किसी दूसरे स्कूल के भवन को अपने स्कूल का भवन बताकर बच्चों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। इतना ही नही इस स्कूल को स्पोर्ट्स एकेडमी बताकर भोली- भाली जनता की आंखों मे धूल झोंकने का काम किया जा रहा है।

 

                         


अभिभावकों को गुमराह कर वसूला जा रहा है रूपया                                                                                        

 

शुजागंज कस्बा मे निजी अस्पताल चलाने वाले डाक्टर रियाजुल हक़ अंसारी अभिभावकों को गुमराह कर उनसे रूपया वसूलने मे भी माहिर है, यहां तक इलाकाई बच्चों का भविष्य बर्बाद करने से इन्हें कोई गुरेज नही है।  डाक्टर की दबंगई व रसूक के चलते शिक्षा विभाग के  अधिकारी भी इस स्कूल पर कोई कार्यवाही करने से कतरा रहे है । नर्सरी से कक्षा आठ तक शिक्षा देने का दावा करने वाले इस स्कूल मे शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है । यहां दुर्बल व आलाभित बच्चों को शिक्षा देना तो दूर उनके स्कूल के भीतर घुसने पर भी पाबंदी है। कानून के मुताबिक ऐसे 25 फीसदी बच्चों को नि: शुल्क शिक्षा देने के प्रावधान का यह स्कूल कितना पालन कर रहा है , इसका अंदाजा यहां आने के बाद आसानी से लग जायेगा।                        

 

*सरकारी अनुदान पाने के लिए ली मदरशे की मान्यता:*

 

 दो बार हज कर चुके डाक्टर रियाजुल हक़ अंसारी के मजहब मे बिना मेहनत के रूपया हासिल करना,व रिश्वत देना हराम है। परन्तु डाक्टर साहब ने दोनो ही कामों का अंजाम देने मे कामयाबी हासिल की , और क्षेत्र के बच्चों के भविष्य को ताक पर रख दिया। रूपयों के लालची डाक्टर अंसारी का स्कूल वाला फार्मूला भी इस समय काफी फल फूल रहा है।  ग्रामीणों की मानें तो लोग अपने बच्चों का उक्त स्कूल मे प्रवेश डाक्टर अंसारी के दबाव मे आकर करातें है।डाक्टर अंसारी के रूपयों के आगे सरकारी नियम, कानून ने भी  नतमस्तक कर दिया है। फिलहाल कुछ भी हो डाक्टर ने वर्ष 2018-19 मे भी इलाकाई बच्चों का भविष्य बर्बाद करने का संकल्प ले लिया है।  वही दूसरी ओर ग्रामीणों ने मा० मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर स्कूल की जांच और कार्यवाही की मांग की है। 

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