पं दीन दयाल उपाध्याय सिविल एयरपोर्ट आगरा- चुनावी पाबन्दी कि मांग
आगरा :पं दीन दयाल उपाध्याय सिविल एयरपोर्ट आगरा ( सिविल एन्कलेव ,आगरा ) पर चुनाव स्टार प्रचारकों सहित अन्य प्रचारकों के वायुयान भले ही वे चार्टर ही क्यों न हो राष्ट्रीय सुरक्षा हित में उपोग करने पर पांबंदी लगायी जानी चाहिये।
वायुसेना के महत्वपूर्ण हवाई अडडों में शामिल इस एयरबेस में जहां सिविल एन्कलेव है, वहीं ठीक उसी के पास में ही वायुसेना के दो अति महत्वपूर्ण स्टैटिक फर्मेशंस बताये जाते हैं। मीडिया के रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान में जाकर एयर स्ट्राइक अभियान में शामिल मिराज फाईटरों को इसी हवाई अडडे स्क्वार्डनों से सपोर्ट मिला था।
उपरोक्त को दृष्टिगत सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा ने भारत सरकार से आगरा एयरुोर्स स्टेशन का राजनीति के लिये उपयोग रोकने की मांग को लेकर चुनाव आयोग भारत को पत्र लिख कर चिता जतायी है । सोसायटी ने कहा है कि राजनीति करने वालों के स्टार प्रचारक के रूप में आने पर उनके साथ कौन आ रहा है और कौन उन्हें रिसीव करने एयरफोर्स स्टेशन जायेगा इसे लेकर न तो बहुत ज्यादा सर्तकता बरती गयी है और नहीं व्यवहार में यह संभव है।राजनैतिक दलों के द्वारा सिविल एन्कलेव तक बनवाये जाने वाले ऐंट्री पासों को जारी करने को लेकर ज्यादा सख्ती संभव नहीं है।फलस्वरूप अवांछनिय राष्ट्र विरोधी तत्व इसका फायदा उठा सकतें हैं।
सोसायटी के जर्नल सैकेट्री श्री अनिल शर्मा ने कहा है कि गत दिवस भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उ प्र के मुख्यमंत्री के चुनावी कार्यक्र के दौरान 24मार्च को आगमन के समय सिविल एन्कलेव तक पहुचने के पासों को जारी करने में भारी लापरवाही हुई है। जो अपने आप में एक गंभीरता से लिया जाना चाहिये।
पूरे एक महीने से ज्यादा राजनीतिज्ञों के हवाई भ्रमण कार्यक्रमों का सिलसिला चलते रहना है।इस लिये उपयुक्त होगा कि पी एम के वायुयान 'एयरर्फोस-1 ' के अलावा बाकी राजनीतिज्ञों के वायुयानों के आने जाने के लिये अलग से हवाई पटटी बनवायी जाये। धनौली में इसके लिये पर्याप्त जमीन उपलब्ध है।
श्री शर्मा ने कहा कि उन्होंने एयरुोर्स स्टेशन आगरा के परिसर को राजनीति के मकसद के लिये उपयोग बन्द करवाने को निर्वाचन आयोग के अलावा मंडलायुक्त, भारतीय वायु सेना- आगरा के एयर कमोडोर , सहित अन्य संबधितों को भी पत्र लिखा है।
श्री शर्मा ने कहा कि मौजूदा दौर इंटरनेट और डिजिल कैमरों का है, इस लिये एयरुोर्स स्टेशन की सुरक्षा और भी गंभीरता से लिया जाना चाहिये।चार्टर वायुयानों का उपयोग करने वालों और उनके साथ यात्रा करने वालों के द्वारा स्थितियों का दुरूपयोग करने की ज्यादा संभावना विद्यमान रहेगी।