ख्यात कवि कैलाष मड़बैया का हुआ ‘नागरिक अभिनन्दन’
ललितपुर, बुन्देलखण्ड को, आजादी के बाद प्रथम बार साहित्य के लिये भारत का सर्वोच्च पद्म अलंकरण प्रसिद्व कवि श्री कैलाष मड़बैया को मिलने से बुन्देलखण्ड और विषेषतौर से मध्यदेष में सर्वत्र प्रसन्नता का माहौल है। लतिपुर मंे उत्तर प्र्रदेष के केबिनेट श्रमराज्य मंत्री श्री मनोहर पंथ एवं विधायक सदर श्रीरामरतन कुषवाहा,भाजपा अध्यक्ष आदि ने यह गौरव इसी जनपद के एतिहासिक कस्वे बानपुर में 75 वर्ष पहले जन्मे, और प्रारंभिक षिक्षा ललितपुर के वर्णी कालेज में किसी जमाने में प्राप्त, अब सुप्रसिद्व कवि डाॅ.कैलाष मड़बैया भोपाल का आज ललितपुर के कम्पनी बाग में पद्म श्री प्राप्ति पर अभूतपूर्व और भव्य नागरिक अभिनन्दन किया गया और मड़बैया जी को ‘बुन्देलखण्ड रत्न’से अलंकृत किया। उल्लेखनीय है कि श्री कैलाष मड़बैया मध्यप्रदेष शासन में ज्वायण्ट कमषिनर पद से सेवा निवृत्त हुये थे और अपने साठ वर्षीय साहित्य सृजन काल में पचास कृतियाॅ लिख चुके हैं जिनमें तीन दर्जन प्रकाषित गंथ हैं। श्री मड़बैया जी ने बुन्देली भाषा को स्थापित करने के लिये अभूतपूर्व सृजन कार्य किया है और वे भरतेन्दु हरिष्चन्द्र की तरह ख्याति लब्ध हैं। हिन्दी के साथ बुन्देली काव्य के रचना पाठ के लिये श्री कैलाष मड़बैया ने भाारत के साथ विष्व भर के अनेक देषों में रचना पाठ किया है।उन्होंने राष्ट्ीय एवं अन्तर्राष्ट्ीय पुरस्कार प्राप्त किये हैं।हमारे प्रतिनिधि को बताते हुये बुन्देलखण्ड विकास सेना के अध्यक्ष श्री हरीष कपूर टीटू ने बताया कि इस बार बुन्देलखण्ड और विषेषतौर से भोपाल एवं ललितपुर में होली का उत्साह कई गुना बढ़ गया है क्योकि अब बुन्देली के साथ बुदेलखण्ड/ललितपुर भी पद्म श्री हो गया है।