सपा और बसपा के प्रतिनिधिमण्डल ने महामहिम को ज्ञापन सौंपा
लखनऊ,समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्री राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि आज समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने राजभवन लखनऊ में महामहिम राज्यपाल से भेंट कर कल लखनऊ एयरपोर्ट और इलाहाबाद में हुयी घटना के विरोध में ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमण्डल ने ज्ञापन में कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ द्वारा आयोजित वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में 12 फरवरी 2019 को जाते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर जबरन रोका गया। ज्ञापन में उनके साथ समुचित शिष्टाचार भी नहीं निभाया गया। भाजपा सरकार के इशारे पर पूर्व घोषित कार्यक्रम में शामिल होने से बिना किसी वैध कारण के रोकने की घटना को संज्ञान में लेते हुए दोषियों पर कठोर कार्यवाही किये जाने की मांग की गई। प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल से कहा कि राज्य सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। नौजवानों को प्रताड़ित किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री जी अमर्यादित भाषा बोल रहे है। लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया जा रहा है।ज्ञापन में कहा गया है कि अखिलेश यादव की इलाहाबाद यात्रा के बारे में 27 दिसम्बर 2018 को ही सूचना दे दी गई थी। लेकिन सरकार युवाओं-छात्राओं से इतना भयभीत थी कि उसने कार्यक्रम ही नहीं होने दिया। यह लोकतंत्र पर हमला है। विपक्षी पार्टी को अराजक बताना घोर निंदनीय एवं असंवैधानिक है। शासन द्वारा योजना बद्ध तरीके से माहौल खराब किया गया। बर्बर लाठीचार्ज, उत्पीड़न और संगीन धाराओं में फर्जी मुकदमें दर्ज करना संविधान प्रदेश अधिकारों का हनन है। भाजपा सरकार के अलोकतांत्रिक आचरण के कारण संविधान खतरे में है इसलिए संविधान बचाने की दिशा में आपसे कठोर निर्णय लिए जाने की अपेक्षा है। प्रतिनिधिमण्डल में अहमद हसन नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद, नेता बहुजन समाज पार्टी विधानसभा लाल जी वर्मा और दिनेश चन्द्रा, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, उपनेता समाजवादी पार्टी, नवाब इकबाल महमूद, विधानसभा में मुख्य सचेतक नरेन्द्र वर्मा, पूर्व मंत्री अरविन्द सिंह ‘गोप‘ पूर्व मंत्री आर.के. चौधरी , सदस्य विधान परिषद सुनील सिंह ‘साजन,‘ डाॅ0 राजपाल कश्यप, आनन्द भदौरिया और राजेश यादव राजू, सदस्य विधानसभा राकेश प्रताप सिंह और पूर्व सदस्य विधान परिषद दयाराम प्रजापति शामिल थे।